बैंकों में बेकार पड़े हथियारों की सुरक्षा बनी बैंकों के लिए परेशानी

punjabkesari.in Friday, Feb 14, 2020 - 09:04 AM (IST)

जालंधर (नरेन्द्र मोहन): राज्य के बैंकों की सुरक्षा के लिए दिए हथियार बैंकों के लिए ही परेशानी का सबब बन रहे हैं। बैंक शाखाओं में सुरक्षा कर्मचारियों की कमी करने के बाद ये हथियार बैंकों में बेकार पड़े हैं। बैंकों के लिए परेशानी यह है कि पंजाब सरकार के निर्देशों पर हथियार रखने के लाइसैंस का नवीनीकरण करवाना जरूरी होता है और इसके लिए डोप टैस्ट करवाना भी आवश्यक है। इसी के चलते कुछ बैंकों के हथियार अवैध होने वाली स्थिति में आ गए हैं। बैकों ने पंजाब सरकार से लाइसैंस के नवीनीकरण के लिए तय शर्तों में छूट देने के साथ डोप टैस्ट की शर्त को हटाने की मांग की है।

3 हजार से अधिक कर्मचारियों को हटा दिया था बैंकों की सुरक्षा से 
पंजाब में विभिन्न बैंकों की 6390 शाखाएं हैं। अतीत में अधिकतर बैंकों की शाखाओं की सुरक्षा के लिए एक से अधिक सुरक्षा कर्मचारी तैनात थे। इन सुरक्षा कर्मचारियों को बंदूक बैंकों द्वारा उपलब्ध करवाई जाती है। बैंकों के डिजीटलीकरण के बाद सुरक्षा कर्मचारियों की आवश्यकता कम हुई। जिसके बाद 3 हजार से अधिक सुरक्षा कर्मचारियों को बैंकों की सुरक्षा से हटा दिया गया। इसके चलते 3 हजार से अधिक हथियार बेकार पड़े हैं। बैंकों के अंदर पड़े हथियारों की सुरक्षा भी बैंक के शाखा प्रबंधक व अन्य अधिकारियों को करनी पड़ रही है। इन हथियारों के लाइसैंस की अवधि पार होने के बाद लाइसैंस की औपचारिकता पूरी करवाने के लिए स्वयं बैंक शाखा प्रबंधकों को न सिर्फ लाइन में लगना पड़ता है, बल्कि डोप टैस्ट भी करवाने पड़ते हैं।


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swetha

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