पाकिस्तान में पहली बार शहीद उधम सिंह को दी जाएगी श्रद्धांजलि

punjabkesari.in Tuesday, Jul 30, 2019 - 10:15 PM (IST)

होशियारपुर (अमरेन्द्र): अमर शहीद उधम सिंह के शहादत के 79 साल बाद पहली बार बुधवार के दिन शहीद भगत सिंह मैमोरियल फाऊंडैशन पाकिस्तान की तरफ से लाहौर हाईकोर्ट के डैमोक्रैटिक हॉल में पहली बार श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया है। इस बात की जानकारी फोन पर देते हुए फाऊंडैशन के चेयरमैन इम्तियाज राशिद कुरैशी ने बताया कि कल सुबह 11.30 बजे आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में भारत से केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल व उनके पति सांसद सुखबीर सिंह बादल को भी विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया है। इसे संयोग कहे या कुछ और, अमर शहीद उधम सिंह के जीवन में बुधवार का दिन बेहद अहम है। कल जब पाकिस्तान की धरती पर पहली बार शहादत के 79 साल बाद श्रद्धांजलि देने की तैयारी चलेगी तो उस दिन भी बुधवार ही होगा।

शहीद उधम सिंह के जीवन में बुधवार का दिन अहम
गौरतलब है कि अमर शहीद ऊधम सिंह की जिंदगी में बुधवार का दिन बेहद अहम रहा है। बुधवार के दिन माइकल ओडवायर को मारा, बुधवार को ही फांसी हुई और बुधवार को ही अंतिम संस्कार। बुधवार के दिन अंग्रेज अधिकारी माइकल ओडवायर को मौत के घाट उतार कर ऊधम सिंह ने अपनी जिंदगी का लक्ष्य हासिल किया था। बुधवार को ही इस महान शहीद उधम सिंह ने फांसी का फंदा चूमा था और शहादत के 34 साल बाद बुधवार के दिन ही जन्मभूमि पर अंतिम संस्कार किया गया।

31 जुलाई 1940 को पेंटनविले जेल में हुई थी फांसी
आजादी संग्राम के इस महान परवाने ने 13 मार्च 1940 को लंदन के केकस्टन हॉल में माइकल ओडवायरको मार गिराया था। इस दिन बुधवार था। लंदन की पेंटनविले जेल में 31 जुलाई 1940 दिन बुधवार को सुबह नौ बजे फांसी का फंदा चूमा था। शहादत के 34 वर्ष बाद भारत सरकार के प्रयास से स. ज्ञानी जैल सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री रहते शहीद का पार्थिव शरीर लंदन से सुनाम मंगवाया था और सुनाम के ओलिम्पिक स्टेडियम में 31 जुलाई 1974 को अंतिम संस्कार किया गया था। संयोग से उस दिन भी बुधवार ही था।

अब्दुल राशिद कुरैशी के नेतृत्व में निकलेगी कैंडल मार्च
फाऊंडैशन के चेयरमैन इम्तियाज राशिद कुरैशी ने बताया कि डैमोक्रैटिक हॉल में आयोजित श्रद्धांजलि समागम की अध्यक्षता पाकिस्तान सुप्रिम कोर्ट के सीनियर वकील अब्दुल राशिद कुरैशी करेंगे। समारोह के दौरान कैंडल मार्च में पाकिस्तान के सुप्रिम कोर्ट व लाहौर हाईकोर्ट के वकील राजा जुल्करनैन, सैय्यद मंजूर अली गिलानी, सैय्यद अलमस हैदर काजमी, मियां मोहम्मद बशीर, जलील अहमद खान, अल्लाबख्श गौंडल विशेष तौर पर शिरकत करेंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि शहीद उधम सिंह ने अपनी जान की बेमिसाल कुर्बानी देश के आजाद होने से पहले दी थी तब देश का बंटवारा नहीं हुआ था। शहीद भगत सिंह की ही तरह शहीद उधम सिंह भी दोनों ही मुल्क के लिए नैशनल हीरो हैं।
 


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Mohit

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