किसानों को झटका, खादों की कीमतों में तेजी से हो रहा बढ़ावा
punjabkesari.in Saturday, Mar 26, 2022 - 03:15 PM (IST)

चंडीगढ़ : रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग का प्रभाव पूरी दुनिया में देखने को मिल रहा है। कच्चे तेल, इलेक्ट्रिक उत्पाद के बाद अब खाद की कीमतों में उछाल आया है। सप्लाई प्रभावित होने के कारण खादों की कीमतों में विस्तार हो रहा है जो किसानों के लिए बड़ा झटका है। रूस दुनिया का एक प्रमुख फर्टिलाइजर है। युक्रेन के साथ जंग कारण रूस पर आर्थिक पाबंदियां लगाई जा रही हैं, जिस कारण खाद की स्पलाई प्रभावित हो रही है।
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जानकार बताते हैं कि रूस और यूक्रेन के बीच जंग शुरू होने के बाद खाद की कीमतों में 10 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ावा हो चुका है। सूत्रों के मुताबिक खादों के बड़े सप्लायर मलिक बताते हैं कि पिछले 10 सालों के कारोबार के दौरान उन्होंने कभी इतना बड़ा स्पलाई संकट नहीं देखा। वह बताते हैं कि जब से रूस ने यूक्रेन पर हमला किया है, शिपिंग कंपनियों ने रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में अपना माल इकट्ठा नहीं किया है। इसके इलावा रूस के खिलाफ वित्तीय पाबंदियों के कारण रूस से खाद निर्यात तेजी से साथ गिर गई है। सप्लायर ने सेनेगल और मोरक्को जैसे और स्थानों के विक्रेताओं के साथ संपर्क किया, पर उन्हें बताया गया कि साल के आखिर तक उनकी आर्डर बुक्स भरी हुई हैं।
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पोटाश की दरामद
खाद के उत्पादन में पोटाश की एक बड़ी भूमिका होती है। भारत बड़ी मात्रा में पोटाश की दरामद करता है। रूस, युक्रेन और बेलारूस पोटाश के सबसे बड़े बरामदकार हैं। जंग के कारण इन देशों से पोटाश की स्पलाई ठप्प पड़ी है। भारत अपनी कुल खाद दरामद का 10-12 प्रतिशत हिस्सा रूस, युक्रेन और बेलारूस से मंगवाता है। जानकार बताते हैं कि चालू वित्तीय साल में पोटाश की दरामद करीब 280 डॉलर प्रति मीट्रिक टन के रेट पर की जा रही है पर अब यह भाव काफी बढ़ गया है, जिसका सीधा प्रभाव किसानों पर पड़ेगा।
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