वायरल दावों का सचः कोरोना को लेकर श्री गुरु रविदास जी की पोथी और रामचरितमानस में की गई थी भविष्यवाणी

punjabkesari.in Friday, Apr 24, 2020 - 10:09 AM (IST)

जालंधर: महामारी बने कोरोनावायरस को लेकर पूरी दुनिया परेशान है। 26 लाख से ज्यादा लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं और 1 लाख 86 हजर से ज्यादा लोगों की इससे मौत हो चुकी है। दुनिया भर में लॉकडाऊन के कारण सभी देशों की अर्थव्यवस्था तहस-नहस होकर रह गई है। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी के साथ दावे वायरल हो रहे हैं कि रामचरितमानस और श्री गुरु रविदास जी की पोथी में पहले ही कोरोना वायरस और इससे दुनिया को होने वाले नुक्सान की चेतावनी दे दी गई थी। पंजाब केसरी की तरफ से की गई पड़ताल के मुताबिक वायरल दोनों में दोहों के गलत अर्थ निकाले गए हैं और श्री गुरु रविदास जी महाराज ने ऐसी कोई भविष्यवाणी नहीं की थी।
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रामचरितमानस के दोहों को लॉकग्राऊन से जोड़ा
सब कै निंदा जे जड़ करहीं। 
ते चमगादुर होइ अवतरहीं।।
सुनहु नात अव मानस रोगा। जिन्ह ते दुख पावहिं सब लोगा।।
मोह सकल व्याधिन्ह कर मूला। तिन्ह ते पुनि उपजाहिं बहु सूला।।
काम बात कफ लोभ अपारा। क्रोध पित्त नित छाती जारा।।
एक व्याधि बस नर मरहिए
असाधि बहु व्याधि। पीड़हि संतत जीव कहं सो किमि लहे समाधि।।


दोहों के निकाले गए अर्थः रामायरण के दोहा नंबर 120 में लिखा है जब पृथ्वी पर निंदा बढ़ जाएगी पाप बढ़ जाएंगे तब चमगादड़ अवतरित होंगे और चारों तरफ उनसे संबंधित बीमारी फैल जाएगी और लोग मारेंगे और दोहा नंबर 121 है कि एक बीमारी जिसमें नर मरेंगे उसकी सिर्फ एक दवा है प्रभु भजन दान और समाधि में रहना यानी लॉकडाऊन।


क्या है सच 
वायरल दावों को लेकर धर्मग्रंथों के जानकारों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वायरल दवा पूरी तरह से गलत है। लोग इन दोहों का गलत अर्थं निकाल रहे हैं। पहली बात तो यह है कि वह रामायण का दोहा नहीं है बल्कि रामचरितमानस की चौपाई है जिसका भावार्थ है कि जो मूर्ख मनुष्य सबकी निंदा करते हैं, वे चमगादड़ होकर जन्म लेते हैं। इससे पहले यह भी अफवाह फैली थी कि रामचरितमानस के बालकांड में बाल निकल रहा है और इस बाल से कोरोना का इलाज किया जा रहा है।

गरु रविदास जी की बाणी का गलत उच्चारण किया गयाः डेरा बल्लां
सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर के संबंध में बात करने पर श्री गरु रविदास जन्म 'अस्थान पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट बनारस जिसका हैड ऑफिस डेरा सचखंड बल्लां है के जनरल की सैक्रेटरी एडवोकेट सतपल विरदी ने कहा कि श्री गुरु रविदास महाराज एक क्रांतिकारी गुरु थे तथा उन्होंने कभी ऐसी भविष्यवाणियां नहीं की। वायरस तस्वीर बिल्कुल झूठी है। डेरा बल्लां ने इस संबंध कड़ा संज्ञान लिया है। वहीं जानकारों का मानना है कि श्री गुरु रविदास की पोथी खड़ी भाषा में लिखी गई है और खड़ी भाषा 16वीं सदी की नहीं है और श्री गुरु बल्ला रविदास महाराज जी की बाणी का गलत तरीके से सरल भाषा में अनुवाद किया गया है।


'श्री गुरु रविदास जी की पोथी' में किया दावा
सभी तरफ कोहराम मचेगा। 
कैसे हिन्दुस्तान बचेगा।। 
नेता, मंत्री और अधिकारी। 
जान बचाना होगा भारी॥ 
छोड़ सब मैदान भागेंगे। 
सब अपने अपने घर दुबकेंगे।।
चीन अरब की धुरी बनेगी। 
सभी तरफ संगीन लड़ाई। 
ईटली में कोहराम मचेगा। 
बुद्ध तीसरा प्रलयंकारी। 
भारत होगा विश्व विजेता। 
भारत होगा विश्व का नेता।। 

दोहों के निकाले गए अर्थ: वयरल पोस्ट में चीन की धरती से लड़ाई शुरू होने, ईटली में भारी तबाही और प्रलयंकारी तीसरे विश्व युद्ध की बात करते हुए भारत को विश्व गुरु बताया गया है।


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