CM के शहर में अध्यापकों का गुस्सा और भड़का

punjabkesari.in Saturday, Oct 13, 2018 - 05:43 PM (IST)

पटियाला : एस.एस.ए, रमसा, आदर्श और मॉडल स्कूलों के अध्यापकों के वेतन कटौती संबंधी शिक्षा मंत्री की तरफ से किए जा रहे दावों की हवा निकालते हुए हजारों अध्यापकों ने आज सांझा अध्यापक मोर्चा पंजाब का नेतृत्व जबरदस्त विरोध दर्ज करवाया। इस मौके पूरे शहर में अध्यापकों की तरफ से निकाली रोष रैली ने पूरा शहर को हिला कर रख दिया। 

30 हजार के करीब कच्चे अध्यापकों को विभाग में रैगुलर करवाने, अध्यापक नेताओं की टर्मीनेशनें और विकटेमाईजेशनें रद्द करवाने, रैशनलाईजेशन नीति वापिस करवाने, महंगाई भत्ते और वेतन आयोग की रिपोर्ट जारी करवाने, शिक्षा मंत्री और शिक्षा सचिव को विभाग में से तुरंत हटाने और पुरानी पैंशन प्रणाली की बहाली होने तक संघर्षों के मैदान में डटने का ऐलान भी किया। अध्यापकों की तरफ से गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब चौक में चल रहे पक्के धरने और मरण व्रत के सातवें दिन हुए विशाल प्रदर्शन दौरान एकत्रित अध्यापकों को विभिन्न अध्यापक नेताओं ने संबोधित किया। 

अध्यापकों ने निजीकरण और शिक्षा मंत्री द्वारा अध्यापक नेताओं के किए जा रहे निलंबनों, बदलियों और दूसरे विकटेमाईजेशनों का जवाब अध्यापकों, मुलाजिमों और सार्वजनिक संगठनों के एकता और संघर्ष का साथ देने का ऐलान भी किया। अध्यापकों की असामियां खत्म करके शिक्षा का बर्बादी करने वाली रैशनलाईजेशन नीति रद्द करवाने, जनवरी 2017 से जाम किए महंगाई भत्ते और छठे वेतन आयोग की रिपोर्ट जारी करवाने, जनवरी 2004 के बाद भर्ती मुलाजिमों पर पुरानी पैंशन प्रणाली बहाल करवाने और अध्यापकों के साथ बुरा व्यवहार करने वाले और रवायती शिक्षा को खत्म करने वाले तथाकथित ‘पढ़ो पंजाब, पढ़ाओ पंजाब प्रोजैक्ट’ के अंतर्गत शिक्षा का बेड़ागरक करने वाले शिक्षा मंत्री और सचिव को शिक्षा विभाग में से तुरंत हटाने की मांग भी रखी।


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Vaneet

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