Jalandhar : पटाखा मार्केट को लेकर कारोबारियों में पड़ी फूट, एक ग्रुप ने लायलपुर खालसा तो दूसरे ने...
punjabkesari.in Tuesday, Sep 23, 2025 - 10:20 AM (IST)

जालंधर (खुराना) : दीपावली से पहले पटाखा मार्केट को लेकर इस बार कारोबारियों में जबरदस्त फूट देखने को मिल रही है। एक गुट ने लायलपुर स्कूल की ग्राऊंड में झंडा गाड़ दिया है तो दूसरे गुट अब बेअंत सिंह पार्क में मार्केट लगाने की मांग करने लगे हैं । कई साल पहले तक शहर के अंदरूनी बाजारों, खासकर अटारी बाजार में पटाखों की बिक्री होती थी। उस समय डिप्टी कमिश्नर रहे आई.ए.एस. अधिकारी अशोक गुप्ता ने सुरक्षा कारणों के चलते बेहतर फैसला लेते हुए पटाखा बेचने वाले दर्जन-डेढ़ दर्जन कारोबारियों को बर्ल्टन पार्क में स्टेडियम की सीढ़ियों के नीचे दुकानें अलॉट कर दी थीं।
बाद में जब तत्कालीन मेयर राकेश राठौर ने स्टेडियम तुड़वा दिया तो पटाखा मार्केट बर्ल्टन पार्क के खुले मैदान में लगनी शुरू हुई और धीरे-धीरे दुकानों की संख्या बढ़कर 100 से भी ऊपर पहुंच गई। अटारी बाजार के बिंदी, सुर्खी और चूड़ी बेचने वाले अन्य कारोबारी भी इसमें शामिल हो गए और तभी से यह आरोप लगने शुरू हो गए कि दुकानों की अलॉटमैंट की आड़ में मोटी रकम वसूली जाती है।
कुछ साल पहले सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट की सख्ती के बाद दुकानों की संख्या सीमित कर दी गई और ड्रा सिस्टम लागू कर दिया गया। बावजूद इसके, आपसी सहमति से एक ड्रा पर 5-6 दुकानें खड़ी होने लगीं और संख्या 100 के पार ही रही। पिछले साल बर्ल्टन पार्क में करीब 18-20 ब्लॉक बनाकर लगभग 100 दुकानों ने कारोबार किया।
इस साल बर्ल्टन पार्क में स्पोर्ट्स हब का निर्माण शुरू हो गया, जिससे पटाखा मार्केट के लिए जगह ही नहीं बची। प्रशासन ने विकल्प तलाशते हुए लंबा पिंड चौक स्थित चारा मंडी और नकोदर रोड पर लायलपुर खालसा स्कूल की ग्राउंड को चिन्हित किया। इसी के बाद कारोबारी गुटों में मतभेद उभर आए।
कांग्रेस समर्थित राणा हर्ष वर्मा के नेतृत्व वाले गुट ने स्कूल मैनेजमैंट से बातचीत कर एग्रीमेंट कर लिया और भुगतान भी कर दिया। इस गुट ने लायलपुर स्कूल की ग्राऊंड में पटाखा मार्केट लगाने हेतु झंडा भी गाड़ दिया। वहीं दूसरा गुट, जिसमें विकास भंडारी, रवि महाजन, बल्लू और बाहरी समेत कई कारोबारी शामिल हैं, इस फैसले से सहमत नहीं दिख रहे। यह गुट बेअंत सिंह पार्क को बेहतर विकल्प मान रहा है और इसके लिए उन्होंने मेयर वनीत धीर से मुलाकात भी की। मेयर ने इस बाबत डिप्टी कमिश्नर से फ़ोन पर बात की और मंगलवार को बैठक बुला ली गई है।
फिलहाल दोनों स्थानों पर नहीं बन रही सहमति
जिला प्रशासन ने लंबा पिंड स्थित चारा मंडी और लायलपुर स्कूल की ग्राऊंड को पटाखा मार्केट के लिए चिन्हित तो कर दिया है, लेकिन ज्यादातर कारोबारी इसे उपयुक्त नहीं मानते। लायलपुर स्कूल ग्राउंड में आने-जाने का रास्ता तंग और एक ही है, आसपास घनी आबादी और कमर्शियल संस्थान भी हैं। वहीं लम्मा पिंड चारा मंडी शहर के बाहरी क्षेत्र में है और यहां भी एक ही रास्ता होने से कारोबारियों को अपनी सुरक्षा, बाहरी क्षेत्र होने के कारण अपनी नकद बिक्री पर खतरा नजर आ रहा है। अब देखना है कि जिला प्रशासन इस विवाद का क्या समाधान निकालता है।
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