कुदरत की मार के बावजूद मुख्यमंत्री मान की कोठी के आगे डटे रहे किसान
punjabkesari.in Wednesday, Oct 12, 2022 - 08:55 AM (IST)

संगरूर(विवेक सिंधवानी): मुख्यमंत्री भगवंत मान की रिहायश के सामने भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के चल रहे 3 दिवसीय पक्के मोर्चे को सोमवार रात को बारिश ने काफी नुक्सान पहुंचाया। भाकियू एकता उगराहां द्वारा मानी हुई मांगों को लागू करवाने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान की कोठी के आगे अनिश्चितकाल के लिए लगे पक्के मोर्चे में जहां पक्के धरने के लिए बनाई गई पक्की स्टेज ढह गई, वहीं लोहे की पाइपों समेत विशाल पंडाल भी ढह गया। इसके बावजूद किसान अपने मोर्चेे पर डटे रहे। ट्रैक्टर-ट्रालियों में बनाए गए कमरों से किसानों को कुछ राहत मिली, वहीं जगह-जगह पानी भरा होने के कारण राशन का सामान संभालना बड़ी चुनौती बना रहा।
15 को ललकार दिवस की घोषणा : उगराहां :
पंजाब तथा केन्द्र सरकार के विरुद्ध अनिश्चितकालीन पक्का मोर्चा मुख्यमंत्री भगवंत मान की कोठी के सामने पटियाला रोड पर जारी है। मोर्चे में भारी बारिश के बावजूद सैंकड़ों महिलाओं समेत पंजाब भर से हजारों किसान-मजदूर-नौजवान शामिल हुए। सड़क के दोनों तरफ दूर-दूर तक खड़े ट्रैक्टर-ट्रालियां तथा अन्य वाहन दिल्ली के टिकरी बार्डर जैसा नजारा पेश कर रहे हैं। स्टेज से संबोधित करते प्रदेशाध्यक्ष जोगिन्द्र सिंह उगराहां ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान 7 अक्तूबर की मीटिंग में मानी गई मांगों को लागू करने बारे चुप्पी साधे बैठे हैं।
उन्होंने घोषणा की कि मुख्यमंत्री की चुप्पी तोडऩे के लिए जत्थेबंदी द्वारा 15 अक्तूबर को मोर्चा स्थान पर ललकार दिवस मनाया जाएगा। सीनियर उपाध्यक्ष झंडा सिंह जेठूके ने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा पटियाला के गांव कलवाणू तथा रामगढ़ में 8 अक्तूबर को किसानों द्वारा अपनी जमीन समतल करने के लिए उठाई जा रही मिट्टी को रोकने पर मुकद्दमे दर्ज करने समय मशीनें जब्त की गईं जिन्हें वापस करने की मांग की गई। इस मौके पर किसानों पर थोपे गए सारे पुलिस केस वापस लिए जाएं। महिला नेता परमजीत कौर पिथो ने इन मसलों के महिलाओं की होनी से जुड़े हुए सीधे संबंधों पर प्रकाश डाला। स्टेज की सचिव की भूमिका चमकौर सिंह नैनेवाल जिलाध्यक्ष बरनाला ने निभाई। प्रवक्ताओं में अमरीक सिंह गंढूआ संगरूर, बिट्टू मल्लन मुक्तसर, बसंत सिंह कोठागुरु बङ्क्षठडा, अमरजीत सिंह सैदोके मोगा, गुरप्रताप सिंह गुरदासपुर ने भी मान सरकार की ङ्क्षनदा की।