पंजाब का यह हाईवे जाम, वाहनों की लगी लंबी-लंबी कतारें
punjabkesari.in Saturday, Sep 06, 2025 - 06:36 PM (IST)

बलाचौर,/काठगढ़ (राजेश, ब्रह्मपुरी) : हाल ही में बलाचौर-रूपनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित प्रेम नगर (आसरो) गाँव के कुछ प्रवासी युवकों ने शाम के समय पंजाबियों और सिखों के प्रति अभद्र भाषा का प्रयोग किया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इससे गाँव रैलमाजरा के वर्तमान सरपंच सिकंदर सिंह लंडी नाराज हो गए और उन्होंने आसरो चौकी प्रभारी सिकंदर पाल से ग्रामीणों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। पुलिस प्रशासन ने पंचायत और ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि इन युवकों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
घटनास्थल से प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव प्रेम नगर आसरों के कुछ प्रवासी युवकों ने एक वीडियो में पंजाबियों व सरदारों के प्रति अभद्र भाषा का प्रयोग किया है, गांव रैलमाजरा के सरपंच सिकंदर सिंह लंडी व अध्यक्ष सुरिंदर शिंदा व ग्रामीण उनके खिलाफ प्रशासन से कार्रवाई करवाने के लिए रैलमाजरा लौटे थे, लेकिन पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं की। हालांकि जब इस बारे में वायरल वीडियो को सिख संगठनों व अन्य क्षेत्रों के लोगों ने देखा तो वे काफी आहत हुए और वे भारी संख्या में रैलमाजरा पहुंच गए। जब उन्होंने पुलिस कार्रवाई के बारे में बात की तो ग्रामीणों ने कहा कि पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई, यह सुनते ही इन संगठनों व ग्रामीणों में रोष फैल गया और रैलमाजरा पुलिस स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन किया गया।
मौके पर पहुंचे डीएसपी बलाचौर शाम सुंदर शर्मा ने जब प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की तो वे और भी भड़क गए और गुस्साए युवकों ने आसरों के पास गैलेक्सी होटल के सामने नेशनल हाईवे पर कारें व अन्य वाहन खड़े करके सड़क जाम कर दी, जिसके बाद नवांशहर प्रशासन हरकत में आया और एसपी (जांच) सरबजीत सिंह बाहिया, एसपी इकबाल सिंह हेडक्वार्टर, राज कुमार गुरजर डी.एस.पी. आदि भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से बातचीत की, लेकिन उन्होंने पुलिस की एक न सुनी और इस बात पर एकमत रहे कि कथित आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और इन आरोपियों के खिलाफ सिख भावनाएं भड़काने का मामला दर्ज किया जाए।
अंततः पुलिस ने तीनों कथित आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि दो आरोपी अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं और पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। पुलिस प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई और दिए गए आश्वासन के बाद सिख संगठनों और इलाके के लोगों ने पुलिस प्रशासन की बात मानते हुए धरना हटा लिया। प्रदर्शनकारियों द्वारा हाईवे जाम करने के कारण वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।