कोरोना से बचने के लिए पंजाब के इस गांव के लोगों ने खुद को किया सील, बेरिकेड्स लगाकर सड़कें की बंद
punjabkesari.in Wednesday, Mar 25, 2020 - 08:46 AM (IST)
पटियालाःकोरोना वायरस ने यहां पूरे विश्व में पैर पसार दिए हैं और इसके कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आम लोगों में घरों में रहने की अपील गई है,जिससे इस वायरस पर काबू पाया जा सके। फिर भी आम लोग नियमों की उल्लघंना से पीछे नहीं हट रहे । वहीं, नाभा के तहत आते गांव अगेता के लोगों ने वायरस के खतरे को समझते हुए खुद को बचाने की ठान ली है।
जनता कर्फ्यू के अगले दिन शुरू किया गांव को बचाने का मिशन
जनता कर्फ्यू के अगले दिन गांव के लोगों ने मीटिंग कर गांव को बचाने का मिशन शुरू किया। सबसे पहले चंदा एकत्रित करके सेनिटाइजर के कैन लाकर गांव की हर गली, मंदिर, गुरुद्वारे आदि में इसका छिड़काव किया गया।
आने-जाने वाले पर रखी जा रही है नजर
वहीं, लोगों को मास्क भी दिए गए। मिशन कमांडर क्रांतिकारी किसान यूनियन ब्ल़ॉक प्रधान हरविंदर सिंह अगेता ने बताया कि पूरे गांव की सहमति के बाद गांव को नाभा शहर से जोड़ती सभी सड़कें खुद की बेरिकेड्स लगाकर बंद कर दी हैं। आने-जाने वाले हर लोगों पर नजर रखी जा रही है। इसके अलावा लोगों के लिए नियम भी बनाए गए हैं।
गांव में ही मुहैया करवाया जा रहा है सामान
इमरजेंसी में दवा लेने गांव से बाहर जा सकते हैं बशर्तें उन्हें कोरोना वायरस को लेकर लगाए रजिस्टर में जाने की वजह, समय और वापसी आने की समय सीमा दर्ज करानी होगी। अगर किसी को कोई जरूरी सामान, नकदी या दूसरी सेवा चाहिए तो वह गांव के अंदर मुहैया कराई जाएंगी।
ये बनाए नियम...
- गांव से बाहर रिश्तेदारों के आने और उनके पास जाने पर पाबंदी लगाई गई है।
- इमरजेंसी में कोई जाएगा तो जाने और आने पर सेनिटाइजेशन प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा।
- गांव से बाहर जाने और वापसी की आमद रजिस्टर में दर्ज होगी।
- गांव के तीन पब्लिक नाकों पर ग्रामीण शिफ्ट के हिसाब से पहरा देंगे। इनके लिए सेवादार लंगर मुहैया कराएंगे।
- गांव के बाहर मजदूरी पर जाने वाले लोगों को खाना और दवाएं गांव में ही मुहैया कराई जाएंगी।