जब महिला डॉक्टर को खुद के 'कोरोना' टैस्ट के लिए कैप्टन को करना पड़ा Tweet..

punjabkesari.in Monday, Mar 30, 2020 - 08:45 AM (IST)

अमृतसर(दलजीत): गुरु नानक देव अस्पताल (जी.एन.डी.एच.) में कोरोना वायरस मरीजों का इलाज कर रही एक महिला डाक्टर को अपना टैस्ट करवाने के लिए मुख्यमंत्री तक पहुंच करनी पड़ी।

अस्पताल प्रशासन द्वारा खांसी, बुखार से पीड़ित महिला डाक्टर का टैस्ट न करने की बात सुनकर बेबस डाक्टर ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह को ट्वीट कर उसका टैस्ट करवाने की अपील की। मुख्यमंत्री तक बात पहुंचने के बाद अस्पताल प्रशासन सोमवार को डाक्टर का कोरोना वायरस टैस्ट करवाने को तैयार हो गया है। जानकारी के अनुसार सरकारी मैडीकल कॉलेज के मैडीसिन विभाग में दूसरे वर्ष की छात्रा पिछले & दिनों से बीमार चल रही है। उसका बुखार चरम पर है, छाती में भी दर्द हो रहा है और डाक्टर को शंका है कि कहीं उस पर भी कोरोना ने हमला न कर दिया हो। जब उसने जी.एन.डी.एच. के डाक्टरों से अपना टैस्ट करवाने के लिए संपर्क साधा तो उसकी पर्ची पर लिख दिया गया कि टैस्ट किट न होने से टैस्ट नहीं करवाया जा सकता। इसके बाद महिला डॉक्टर को मुख्यमंत्री को ट्वीट करना पड़ा, जिसके बाद सोमवार उसका सैंपल लेकर टैस्ट किया जाएगा।


सी.एम. को बताया, कोराना के लक्षण मिल रहे
मुख्यमंत्री को ट्वीट में महिला डाक्टर ने लिखा है कि उसे कोरोना वायरस के काफी लक्षण दिख रहे हैं। यदि उसकी हालत ज्यादा खराब हो जाती है तो वह अपने घरवालों को भी नहीं मिल पाएगी, ऐसे में उसका टैस्ट करवाया जाए। ट्वीट में यह भी लिखा है कि डब्ल्यू.एच.ओ. की गाइडलाइन के अनुसार जो डाक्टर कोरोना के मरीजों का इलाज कर रहे हैं, उनमें अगर कोई लक्षण पाए जाते हैं तो उन्हें तुरंत कोरंटाइन कर टैस्ट किया जाए पर अफसोस की बात है कि इस अस्पताल में न तो टैस्ट किए जा रहे हैं तथा न ही डाक्टरों को कोरंटाइन करने के लिए कोई गंभीरता दिखाई जा रही है। डाक्टरों को न तो मास्क व न ही सैनेटाइजर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। इससे पहले जूनियर डाक्टर एसोसिएशन की ओर से मैडीकल कालेज की प्रिंसीपल डाक्टर सुजाता शर्मा से मांग की जा चुकी है कि उन्हें प्रोटैक्शन के इंतजाम किए जाएं।


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