पंजाब के किसानों के लिए लाभदायक हो सकती है यूक्रेन-रूस की जंग, जानें कैसे

punjabkesari.in Sunday, Mar 06, 2022 - 01:20 PM (IST)

लुधियानाः रूस और यूक्रेन बीच जारी जंग का प्रभाव समूची दुनिया पर नजर आना शुरू हो गया है जिन वस्तुओं का उत्पादन यूक्रेन और रूस में हो रहा है उनकी कमी पूरी दुनिया में दिखाई दे रही है। इस कारण उक्त वस्तुओं के साथ जुड़े समान की कीमतें बढ़ने लगीं हैं। भारत के साथ यूक्रेन और रूस कई तरह के व्यापार करते हैं। इनमें से गेहूं और सूरजमुखी सबसे ऊपर है। जंग शुरू होने के बाद पंजाब के किसानों के लिए एक बढ़िया मौका सामने आ रहा है। वह अपनी आमदन बढ़ा सकते हैं। फसलों को लेकर एक लकीर पर चलने की रिवायत को भी बदल सकते हैं। भारत में सूरजमुखी के तेल की बहुत खपत है। लगभग हर घर में इस तेल का प्रयोग होता है।

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यूक्रेन और रूस दरमियान जंग के बाद सूरजमुखी के तेल की कीमतों में अचानक विस्तार हुआ है। भारत हर साल 1.7 मिलियन मीट्रिक टन सूरजमुखी के तेल का उपभोग करता है। इसका 90 प्रतिशत हिस्सा तेल के तौर पर बरामद किया जाता है। 2500 से 3500 मीट्रिक टन तक इसके बीज मंगवाए जाते हैं। भारत के किसान इन बीजों का प्रयोग करके सूरजमुखी की फसल उगाते हैं। जानकारी मुताबिक भारत दुनिया से जितना भी खाने वाला तेल दरामद करता है, उसमें से 80 प्रतिशत अकेले यूक्रेन से आता है। अब यूक्रेन और रूस दरमियान जंग शुरू हो चुकी है। यूक्रेन को फिर से पैरों पर खड़ होने में कई वर्ष लग जाएंगे। इस दौरान भारत खास कर पंजाब के किसान सूरजमुखी की फसल की ओर अगर बढ़ते हैं तो उनको आने वाले वर्षों में बड़े लाभ हो सकते हैं।

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महंगा होने लगा सूरजमुखी का बीज
पंजाब और हरियाणा में सूरजमुखी की फसल इसी मौसम में बोई जाती है परन्तु सूरजमुखी के बीज की किल्लत सामने आने लगी है। यूक्रेन के जंग में फंस जाने के बाद यह किल्लत और भी बढ़ गई है। सूरजमुखी का जो बीज पंजाब में 3000 से 3500 रुपए में मिलता था, अब 7 से 8 हजार रुपए प्रति थैली के तौर पर मिलता है। धीरे-धीरे यह बीज गायब होने लगा है। किसानों को बड़ी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। अगर यही दौर जारी रहा तो सूरजमुखी के तेल की कीमतों आसमान को छू सकती हैं।

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पंजाब के किसानों के लिए कमाई का बढ़िया मौका
सूरजमुखी की फसल मुनाफे वाली फसल गिनी जाती है परन्तु भारत में कुछ वर्षों से सूरजमुखी के बीज का उत्पादन 60 हजार टन के लगभग बना हुआ है। पंजाब के किसान अगर इस फसल को पूरे तरीके से अपनाते हैं तो यह उनके लिए फायदे का सौदा होगा। कृषि माहिरों मुताबिक एक हेक्टेयर में सूरजमुखी की फसल की बोने पर 25 से 30 हजार रुपए खर्च आता है। एक हेक्टेयर में लगभग 25 क्विंटल फूल तैयार होता है। बाजार में इन फूलों की कीमत 4000 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास होती है। 

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इस हिसाब के साथ 25 से 30 हजार रुपए लगाकर एक लाख रुपए का लाभ लिया जा सकता है। खास बात यह है कि इस फसल की बुआई रबी की फसल और खरीफ की फसल के साथ भी की जा सकती है। अगर पंजाब का किसान सूरजमुखी की फसल पर केन्द्रित होता है तो वह एक तो अच्छी कमाई कर लेगा और साथ ही भारत में सूरजमुखी की कमी कारण तेल की कीमतों में वृद्धि को भी रोक सकेगा। 

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News Editor

Urmila

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