23 लाख रिश्वत वसूलने के मामले में DSP को प्रोडक्शन वारंट पर लाई विजिलेंस

punjabkesari.in Thursday, Sep 29, 2022 - 10:31 AM (IST)

तरनतारन(रमन): नशा तस्करी में शामिल तस्कर को छोड़ने के लिए 10 लाख रुपए रिश्वत वसूलने के अपराध में जेल में बंद डी.एस.पी. लखबीर सिंह और सब इंस्पैक्टर से 23 लाख रुपए की रिश्वत लेने संबंधी विजिलेंस ने प्रोडक्शन वारंट पर लाते हुए 2 दिनों का रिमांड हासिल किया है।

गौरतलब है कि डी.आई.जी. फिरोजपुर के नाम का उपयोग करते हुए उनके रीडर व डी.एस.पी. लखबीर सिंह की तरफ से सब इंस्पैक्टर को बंधक बनाते हुए 23 लाख रुपए की रिश्वत वसूल की गई थी। जिला तरनतारन के सब डिवीजन भिखीविंड में बतौर डी.एस.पी. सेवा निभा चुके डी.एस.पी. लखबीर सिंह (जो जिला फरीदकोट में तैनात हैं) के खिलाफ बीते कुछ माह पहले तरनतारन से संबंधित आरोपियों को मामले में रफा-दफा करने संबंधी 10 लाख रुपए की रिश्वत सहित गिरफ्तार किया गया था, जो इस समय जमानत न मिलने पर श्री गोइंदवाल साहिब केंद्रीय जेल में बंद है। 

जिला तरनतारन के सी.आई.ए. स्टाफ पट्टी में तैनात सब इंस्पैक्टर बलजिंदर सिंह बाजवा द्वारा मामला उच्चाधिकारियों के ध्यान में लाते हुए शिकायत दर्ज करवाई गई थी कि डी.आई.जी. फिरोजपुर रेंज के रीडर इंस्पैक्टर बरजिंदर सिंह द्वारा 11 दिसम्बर 2021 को फिरोजपुर दफ्तर में उपस्थित होने के लिए बोला गया था। जब वह रीडर के पास पहुंचे तो उनके द्वारा सब इंस्पैक्टर बलजिंदर सिंह बाजवा को सी.आई.ए. स्टाफ फिरोजपुर ले जाकर अवैध तौर पर बंद करवा दिया गया। रीडर सब इंस्पैक्टर बरजिंदर सिंह द्वारा उसके खिलाफ अवैध पर्चा डी.आई.जी. फिरोजपुर द्वारा दर्ज करवाने की धमकियां देनी शुरू कर दी गईं।

सब-इंस्पैक्टर बलजिंदर सिंह का सी.आई.ए. स्टाफ में डोप टैस्ट भी करवाया गया, जो नैगेटिव पाया गया। जब इस अवैध हिरासत से छुटकारा पाने संबंधी ए.एस.आई. रछपाल सिंह द्वारा डी.एस.पी. लखबीर सिंह के साथ संपर्क किया गया तो उनके द्वारा डी.आई.जी. फिरोजपुर के नाम पर पहले 35 लाख रुपए की रिश्वत मांगी गई। रिश्वत देने से बलजिंदर सिंह ने साफ मना कर दिया। इसके बाद डी.एस.पी. लखबीर सिंह ने 25 लाख रुपए रिश्वत डी.आई.जी. को देने संबंधी सौदा तय किया, क्योंकि सब इंस्पैक्टर बलजिंदर सिंह सरकारी नौकरी पर तैनात होने के कारण डर गया था।

सब-इंस्पैक्टर बलजिंदर सिंह ने बताया कि अपने खाते में 10 लाख रुपए की नकदी निकलवा कर डी.एस.पी. लखबीर सिंह को भिखीविंड में दी गई। इसके बाद 13 लाख रुपए हरीके में स्थित डी.एस.पी. की रिहायश में दिए गए ताकि किसी झूठे केस में फंसाया न जाए। सब-इंस्पैक्टर बलजिंदर सिंह द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर थाना सिटी पट्टी में बीती 15 जुलाई को डी.एस.पी. लखबीर सिंह व डी.आई.जी. के रीडर सब-इंस्पैक्टर बरजिंर सिंह के खिलाफ विभिन्न धाराओं को लेकर केस दर्ज हो चुका है।

मामले की जांच के लिए डी.जी.पी. पंजाब गौरव यादव द्वारा बनाई गई स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम में विजिलेंस के डी.आई.जी. चेयरमैन एस. राहुल के अलावा विजिलेंस के एस.एस.पी. अमृतसर वरिंदर सिंह व एस.एस.पी. फिरोजपुर गुरमीत सिंह शामिल रहे। सूत्रों से पता चला है कि विजिलेंस टीम द्वारा गोइंदवाल साहिब जेल में बंद डी.एस.पी. लखबीर सिंह को प्रोडक्शन वारंट पर लाकर पट्टी में अमनदीप सिंह की अदालत में बीते मंगलवार को पेश करते हुए 2 दिनों का रिमांड हासिल किया गया है। रिमांड के दौरान की जाने वाली पूछताछ से किसी उच्चाधिकारी का नाम सामने आने की संभावना जताई जा रही है।

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Content Writer

Sunita sarangal

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