पोंग डैम से छोड़ा पानी: ब्यास दरिया उफान पर, पंजाब में मच रही तबाही
punjabkesari.in Saturday, Aug 30, 2025 - 09:57 PM (IST)

सुल्तानपुर लोधी (ओबराए): सुल्तानपुर लोधी के मंड क्षेत्र में पोंग डैम से पानी छोड़े जाने के कारण ब्यास नदी में पानी का स्तर अब समंदर की तरह उफान मारता हुआ, सुनामी की तरह अपने रास्ते में आने वाली हर चीज़ को अपनी चपेट में ले रहा है। मंड क्षेत्र में इस समय पानी ने पूरा तांडव मचा रखा है। हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि अस्थायी बांध कई जगहों से टूट जाने के बाद स्थिति और भी गंभीर हो गई है। तेज़ बहाव में बहता ब्यास नदी का पानी अब टापूनुमा गांवों में बसे किसानों के घरों को निशाना बना रहा है।
गांव रामपुर गोरा के एक किसान के घर को ब्यास नदी ने गहरी चोट पहुंचाई है। घर की दीवारें टूट चुकी हैं और आसपास बहुत तेज़ रफ्तार से पानी बह रहा है, जिसके कारण लोग भयभीत हैं। इस इलाके में बसे लोगों को प्रशासन और सामाजिक सेवा संगठनों की टीमें रेस्क्यू कर रही हैं, जबकि कुछ लोग खुद ही नावों का सहारा लेकर अपनी जान बचा रहे हैं।
बताया जाता है कि लगभग 25 दिनों से अधिक समय से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने में कोई कमी नहीं छोड़ी जा रही। जिन लोगों के मकान ढह गए हैं, उन्हें परिवार और सामान समेत नावों के ज़रिए बाहर निकाला जा रहा है। इंसानों के अलावा बेजुबान पशुओं को भी बड़े-बड़े बेड़ों के ज़रिए या किसान खुद ही पानी में सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा रहे हैं।
उधर, बाढ़ की मार से ढह चुके घरों के बुज़ुर्ग बख्तौर सिंह और गुरनिशान सिंह ने बताया कि हम फिर से बर्बाद हो गए हैं। प्रशासन ने हमारी फसल, घर, चारे का शेड सब कुछ तबाह कर दिया है। 1988 में आई बाढ़ ने भी ऐसे ही सब कुछ तबाह कर दिया था। बहुत मेहनत से दोबारा कुछ खड़ा किया था, लेकिन इस बाढ़ ने हमें फिर से ज़ीरो पर लाकर खड़ा कर दिया।
उन्होंने कहा कि अब दोबारा खड़ा होने में पता नहीं कितने साल और लगेंगे। बाढ़ से हुई इस तबाही के लिए उन्होंने सरकार और प्रशासन के गैर-जिम्मेदाराना प्रबंधन को ज़िम्मेदार ठहराया। साथ ही प्रशासन, सरकार और दानदाताओं से अपील की कि उनकी मदद की जाए।
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