दुबई से लौटे युवक रोते हुए बोले-भूखे रहकर सड़कों पर बताई रातें,नहीं भूल सकते असहनीय पल

punjabkesari.in Wednesday, Mar 04, 2020 - 04:13 PM (IST)

होशियारपुर(अमरेन्द्र ): दुबई में पाकिस्तानी कंपनी की तरफ से धोखा दिए जाने के कारण दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर 29 भारतीय युवाओं में से आज 14 और भारत लौट आए हैं। इसमें से 6 होशियारपुर जिले के माहिलपुर व चब्बेवाल के आस-पास के गांवों के रहने वाले हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए माता-पिता ने रिश्तेदारों से कर्ज लेकर दुबई भेजा था, लेकिन वे आज मंगलवार को दुबई से आंखों में आंसू लेकर लौट आए। उन्हें भारत लाने में दुबई कारोबारी और सरबत दा भला ट्रस्ट के प्रमुख डा.एस.पी. सिंह ओबराय ने मदद की। 

भूल नहीं पा रहा दुबई में गुजारे दुख भरे दिन  
दुबई से होशियारपुर पहुंचे बहादुरपुर के रहने वाले वरुण अपनी मां के साथ माता चिंतपूर्णी के दर्शन के लिए निकल पड़े। पूछने पर वरुण ने बताया कि सोचा भी नहीं था कि दुबई में हम लोगों को इस तरह नारकीय जीवन गुजारने को मजबूर होना पड़ेगा। डा.ओबराय की सहायता से अपने घर लौटा तो तब कहीं जाकर विश्वास हुआ। इसी तरह कोटफतूही के रहने वाले प्रवीण कुमार ने बताया कि डा.ओबराय ने जिस तरह उनकी मदद की वह उसके लिए उनके हमेशा के लिए शुक्रगुजार रहेंगे। 

पाकिस्तानी कंपनी मालिक ताला लगा हो गया था फरार
दुबई से लौटे होशियारपुर जिले के युवकों में शामिल कोटफतूही के रहने वाले प्रवीण कुमार, भारटा के मंदीप सिंह, सारंगोवाल के विशाल शर्मा, मन्ननहानां के मनप्रीत सिंह, होशियारपुर के वरुण, चब्बेवाल के गांव सरहाला कलां के अमनदीप सिंह ने कहा कि हम लोग तो नौकरी के लिए दुबई गए थे। ट्रैवल एजेंट ने कहा था कि वहां की एक निजी सुरक्षा कंपनी पंजाबी युवाओं को नौकरी पर रख रही है। घर भेजने के लिए कंपनी ने अभी पैसे भी नहीं दिए थे कि अचानक एक सुबह जब काम पर पहुंचे तो कंपनी के मालिक दफ्तर को ताला लगाकर फरार हो चुकी थी। जेब में फूटी कौड़ी भी नहीं थी। कई दिन तक सड़क पर भूखा रहना पड़ा। वहीं कई दिनों तक गुरुद्वारे में रोते हुए बीते। 
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घर लौटने की आशा की किरण दिखाई डा.ओबराय ने
दुबई से लौटे सभी युवकों के अनुसार दुबई में फंसने के बाद घर लौटने की आशा की किरण सरबत दा भला ट्रस्ट के प्रमुख डॉ. एस.पी.सिंह ओबराय ने हमें दिखाई। उन्होंने अपने दुबई स्थित घर में हमें शरण ही नहीं दी, बल्कि वतन लाकर नया जीवन भी दिया। कंपनी के फरार हो जाने के बाद जब हमलोगों ने डा. एस.पी.सिंह ओबराय से मदद की गुहार लगाई तो उन्होंने अपने खर्च पर ना सिर्फ हमें शरण दी बल्कि उन्होंने हमारे तमाम कागजात तैयार करवा दुबई से भारत की हवाई टिकट, ओवर स्टे से संबंधित जुर्माना व अन्य सारा खर्च अपनी तरफ से किया।

बाकी 5 भारतीय व मस्कट में फंसी बेटियों की भी होगी जल्द घर वापसी: डा.ओबराय
संपर्क करने पर डा.एस.पी.सिंह ओबराय ने बताया कि इस मामले में कुल 29 में से 10 युवकों  के कागजात तैयार थे। उन्हें पहले ही उनके घरों में पहुंचा दिया गया था जबकि  मंगलवार को 14 युवकों को लेकर लौटा हुं। बाकी बचे 5 नौजवानों को भी जल्द वापस लाया जाएगा। उन्होंने युवकों को नसीहत दी कि वह एजेंटों की तरफ से बताई गई कंपनी की अच्छी तरह जांच करने के बाद ही अरब देशों में नौकरी के लिए जाएं। मस्कट में फंसी सभी लड़कियों को बचाने के लिए विदेश मंत्रालय मदद करे तो वह वह हर कीमत देने के लिए तैयार हैं।  


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