पंजाब की मंडियों में धान के लगे ढेर, लिफ्टिंग न होने से किसान परेशान

punjabkesari.in Friday, Nov 09, 2018 - 09:53 AM (IST)

जालंधर (गुलशन): पंजाब की मंडियों में इन दिनों धान के ढेर लगे हुए हैं। काफी धान की लिफ्टिंग होने के बावजूद अभी भी मंडियों में भारी मात्रा में धान बकाया पड़ा है। सूचना के मुताबिक धान मेें नमी की मात्रा ज्यादा होने के कारण धान की लिफ्टिंग नहीं हो रही है। लिफ्टिंग न होने के कारण मंडियों में बैठे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें हैं। 

राइस मिलर्स एसोसिएशन पंजाब के प्रधान ज्ञानचंद भारद्वाज ने कहा कि मोगा, बरनाला, मानसा, संगरूर, लोंगोवाल सहित पंजाब की विभिन्न मंडियों में 40 लाख टन धान बकाया पड़ा है, जिसमें नमी की मात्रा 20 से 25 प्रतिशत तक है। सरकार मिलर्स को 17 प्रतिशत नमी पर 1 प्रतिशत ड्रायर देती है। केन्द्र सरकार मिलिंग पॉलिसी में बदलाव करते हुए नमी दर 17 से बढ़ाकर 20 प्रतिशत और मिलर्स को ड्रायर दर बढ़ाकर 4 प्रतिशत दे तो पंजाब के राइस मिलर्स मंडियों में पड़ा सारा धान उठाने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन सरकार को पूरा सहयोग देने को तैयार है, बशर्ते सरकार भी उनकी मांगों की ओर ध्यान दे। 

उन्होंने कहा कि अभी तक 130 लाख टन धान आ चुका है। करीब 40 लाख टन धान और आने की उम्मीद है। धान की रोपाई 1 जून से शुरू की जानी चाहिए थी लेकिन इसे 20 जून को शुरू किया गया और यह 31 जुलाई तक लगती रही। पकाई के लिए पर्याप्त समय न मिलने के कारण भी धान में नमी ज्यादा है।  भारद्वाज ने कहा कि पंजाब के मौजूदा हालातों के बारे में पंजाब के फूड सप्लाई मंत्री भारत भूषण आशू, सैक्रेटरी फूड सप्लाई सिन्हा को भी अवगत करा दिया गया है। केन्द्र सरकार जल्द ही इस पर निर्णय ले अन्यथा किसान आत्महत्या करने को मजबूर होंगे। इस मौके पर उनके साथ एसोसिएशन के उपप्रधान सत्य प्रकाश गोयल, जनरल सैक्रेटरी अश्विनी कुमार, गोल्डी, सुरिन्द्र संघा, मोगा से रमन जिंदल आदि मौजूद थे। 


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