महिला आरक्षण जिस दिन लागू हो गया, CM पद की शपथ लेती दिखेंगी महिलाएः अलका लांबा

punjabkesari.in Monday, Feb 12, 2024 - 11:16 AM (IST)

जालंधर (अनिल पाहवा): देश में आम चुनावों की आहट होने लगी है तथा कांग्रेस, भाजपा, आम आदमी पार्टी सहित तमाम दल सत्ता में आने के लिए कोशिशों में हैं। आम चुनाव हों या विधानसभा चुनाव, कांग्रेस क्यों हर बार चूक जाती है, क्यों महिलाओं को आगे नहीं लाया जा रहा, इस प्रकार के कई सवालों के जवाब दिए कांग्रेस नेता अलका लांबा ने। प्रस्तुत हैं उनके साथ बातचीत के प्रमुख अंश:- 

प्र: सियासी दलों में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत ही क्यों 50 क्यों नहीं ? 

उ: हम कह नहीं रहे, बल्कि हमने करके दिखाया है। हमारी राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनियां गांधी 20 सालों से अध्यक्ष रहीं और पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी कांग्रेस की देन है। पहली महिला राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल कांग्रेस, पहली लोकसभा स्पीकर महिला मीरा कुमार कांग्रेस, पहली महिला मुख्यमंत्री व पहली महिला गवर्नर कांग्रेस की देन है। प्रियंका गांधी ने नारा 'लड़की हूं तो लड़ सकती हूं' नारे के साथ उत्तर प्रदेश में 40 प्रतिशत के आरक्षण की शुरूआत की और 150 महिलाओं को मैदान में उतारा। आज भी 33 प्रतिशत आरक्षण पास हो गया, पर लागू करने की मांग कांग्रेस कर रही है। पंजाब की बात करें तो 13 लोकसभा सीटें हैं और 13 सीटों पर मजबूत दावेदारी महिलाएं करने वाली हैं। मुझे उम्मीद है कि 13 में से 3 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। उन्हें कोई रोक नहीं सकता। 

प्र: चुनाव जीतने के बावजूद महिला घर की चारदीवारी में बंद रह जाती है। इस बड़े नुक्स को कांग्रेस कैसे देखती है। 

उ: दरअसल राजीव गांधी की सोच थी। पंचायती राज में नगर निगम में महिला आरक्षण आए। आज 14 लाख बहनें, महिलाएं, पंच सरपंच, पार्षद, मेयर बनकर विकास में भागीदारी निभा रही हैं। पति बेशक आगे आ रहे हैं, लेकिन चुनने के बाद हाउसेज तो महिला ही जा रही हैं। फैसले पर साइन वहीं कर रही हैं। आज इतने सालों के बाद बहनें उस लेवल पर आ गई है। अगर विधानसभा व लोकसभा में आरक्षण लागू हो जाता तो महिलाएं 180 सीटों पर चुनाव लड़तीं और 2024 के पार्लियामेंट के चुनाव खड़ी हुई दिखाई देती लेकिन उन्हें वंचित कर दिया गया। 

प्र: महिला की लड़ाई एम.एल.ए., पंच, सरपंच तक ही सीमित रहेगी या सी.एम., डिप्टी सी.एम. तक लेकर जाएंगी ? 

उ: मैं फिर कहूंगी- महिलाओं को पंच, सरपंच, मेयर, विधायक, सांसद से मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री तक ले गए। कांग्रेस आज महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की भी बात कर रही हैं। हर देश के 70 करोड़ की आबादी में आधी आबादी महिलाओं की है। हम चाहतें हैं कि सरकारी नौकरियों में पुलिस महिलाओं की भर्ती हो, हर क्षेत्र में महिला की भागीदारी होनी चाहिए। सच्चाई यह है कि 75 साल के बाद आज की तारीख में एक मुख्यमंत्री महिला बंगाल की है। हालांकि इससे पहले शीला जी, वसुंधरा जी, जम्मू कश्मीर महूबूबा मुफ्ती भी थी, लेकिन आज की तारीख में केवल मुख्यमंत्री महिला बंगाल की है। जिस दिन यह आरक्षण लागू हो गया, उस दिन विधायक ही नहीं, मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री की शपथ लेती महिलाएं दिखेंगी। 

प्र: पंजाब में भी क्या कांग्रेस महिलाओं को सी.एम. जैसा स्थान महिला को देने में समर्थ हो पाएगी। 

उ: बिल्कुल, मैं फिर कह रहीं हूं, हमें विश्वास है 2024 में इंडिया अलायंस कांग्रेस की सरकार बनते ही महाराष्ट्र, हरियाणा, अरुणाचल प्रदेश तीन राज्य हैं, जिनमें विधानसभा चुनाव होने हैं, सत्ता में आते ही ये पहले तीन राज्य होंगे जिनमें 33 प्रतिशत आरक्षण लागू होगा, बहनें तीनों राज्यों में विधानसभा चुनाव लड़ेंगी। इन्हीं राज्यों में 2024 में बहनें मुख्यमंत्री नहीं तो उपमुख्यमत्री की शपथ लेते हुए दिखाई देंगी। 

प्र. आज देश के स्तर पर औरत की स्थिति कैसे महसूस करती हैं ?
 उ. खोखले नारे दिए गए हैं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ। उसी में बेटी साक्षी मलिक भी आती है। साक्षी मलिक के साथ भाजपा सांसद बृज भूषण शरण क्या किया दुनिया ने देखा। गृह मंत्रालय के दबाव में दिल्ली पुलिस ने एफ.आई.आर. दर्ज तक नहीं की। सुप्रीम कोर्ट ने फटकार लगाई एफ.आई.आर. हो गई। प्रधानमंत्री जिसका संसदीय क्षेत्र बाराणसी वहां की बी.एच.यू. में पढ़ने वाली आई.आई.टी. की बेटी सामूहिक बलात्कार करने वाले तीनों भाजपा से हैं। एफ.आई.आर. नहीं होती है आज भी बचे हुए हैं। हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह, जो आज भी मंत्री है जिन पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप हैं लेकिन पार्टी से निकालना, मंत्री से इस्तीफा लेना दूर की बात है। पैरोल पर एक बाबा को छोड़ा जाता है सिर्फ चुनावों को देखते क्योंकि सिर्फ वोट चाहिए। बलात्कार, हत्या का दोषी उम्र कैद है लेकिन पैरोल पर बाहर है। इस तरह से हालात बद से बदतर हुए हैं तो सिर्फ महिलाओं के लिए। अगर नौकरी की बात करें तो बेटियां पढ़ लिख गई है, लेकिन बेरोजगारी ने 45 साल के रिकार्ड तोड़ दिए हैं। 

प्र. कांग्रेस लगातार हार रही है, आखिर क्या खामियां जिसके कारण आपका एजैंडा लोगों तक नहीं पहुंचा पा रहा ?
 उ. मैं याद करवा दूं कि देश के 5 राज्यों में चुनाव हुए हैं। उस समय 11 करोड़ से ऊपर वोट हुई। 4 करोड़ 90 लाख लोगों ने कांग्रेस को चुना, कांग्रेस को मुहर लगाई और 4 करोड़ 80 लाख लोगों ने भाजपा को चुना। कांग्रेस को सिर्फ 10 लाख वोट कम मिले। ऐसे में यह कहना कि लोग हमारे साथ नहीं हैं, यह गलत है। हां, परिणाम जो भी आए, उन्हें हमनें स्वीकार किए। हम राजस्थान, छत्तीसगढ़ में सत्ता में थे लेकिन अब हमारी भूमिका बदली है। हम हारे नहीं, हम आज भी मैदान में हैं। राजस्थान 70 सीटें में जीते हैं और विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं। हमारी सरकार में 500 रुपए में सिलेंडर अशोक गहलोत दे रहे थे, लेकिन मोदी जी ने कहा कि हम 450 रुपए में सिलेंडर देंगे, वोट मिल गया लेकिन उनको 450 रुपए में सिलेंडर नहीं मिल रहा है। राजस्थान के बाद मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ उत्तर प्रदेश की बहनें सोच रही है कि उनका क्या कसूर है। सबसिडीया बैंक में आ नहीं रहीं। इतनी महंगाई में 1150 में सिलेंडर मिल रहा है। भाजपा की ये जुमलेबाजियां नहीं चलेंगी।

प्र. मोदी फिर लोकसभा में कहते हैं इस बार 400 के पार, आपको क्या लगता है ? 
उ. 400 के पार का नारा देने वाला झारखंड की चुनी हुई सरकार को गिराने की कोशिश करता है और नाकाम हो जाता है। 400 सीटों जीतने का दावा करने वाला चंडीगढ़ की मेयर सीट पर मेयर के चुनाव में धांधली करते हुए कैमरों में दर्ज होते हैं और सुप्रीमकोर्ट द्वारा फटकार लगाई जाती है। 400 सीटों पर दावे करने वाला मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति पैनल में मुख्यन्यायाधीश तेजस्वी आफ इंडिया को बाहर कर देता है, इसके पीछे क्या डर और क्या खौफ है, यह पूछना चाहते हैं। यह 400 का जुमला, एक धोखा, एक गुमराह करने वाला है। लोगों को पता है कि ये 40 सीटें भी निकाल गए तो बड़ी बात होगी। क्योंकि 10 साल के कुशासन से बेरोजगारी, महंगाई, किसानी, सरहद का जवान, दलित आदिवासी, बहनें, सारे त्रस्त हो चुके है। देश की जनता इस सरकार को उखाड़ फैंकने के लिए तैयार हैं। क्योंकि आज सोशल मीडिया, मीडिया, ई.डी., संस्थाएं सब दबाव में हैं। लेकिन राहुल की भारत जोड़ो की यात्रा का जो सीधा प्रसारण देख रहे हैं वे जानते हैं कि देश बदलाव की तरफ बढ़ रहा है।

 प्र. आपके अलायंस पार्टनर आखिर क्यों राहुल जी के साथ नजर नहीं आ रहे ?
उ. मैं फिर कह रही हूं कि हमारे अलायंस पार्टनर व हमारे ऊपर ई.डी. का दबाव डाला जा रहा है व डराया जा रहा है। राहुल गांधी को 55 घंटे ई.डी. ने बुलाया। सोनिया गांधी को पार्लियामेंट से बुलाकर ई.डी. ने पूछताछ की। 10 साल कम पड़ गए, 10 साल कुछ साबित नहीं कर पाए, बस समय बर्बाद किया। भाजपाई डराने की कोशिश कर रहे हैं। अजीत पवार, एन.सी.पी. दो फाड़ कर दी। शिव सेना को दो फाड़ कर दिया। बड़े लोगों को डरा कर भाजपा में शामिल करवा लिया। मै यह कहना चाहूंगी कि दबाव में वे लोग आएंगे, जिन्होंने कुछ गलत किया है। वरना हेमंत सोरेन, राहुल गांधी, डी.एम.के. मुख्यमंत्री स्टालिन जैसे लोग किसी तरह के दबाव में नहीं आएंगे और इंडिया अलायांस में बने रहेंगे। इसी तरह से आजकल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तलवार लटकी है। उपमुख्यमंत्री संजय सिंह जेल में है और दबाव में है लेकिन अगर उन्होंने कुछ नहीं किया तो मुझे पक्की उम्मीद है तो कि वे डरेंगे नहीं और इंडिया अलायंस में बने रहेंगे।

 प्र. पंजाब में अलायंस बारे अभी तक सस्पैंस हैं, इस स्थिति को आप कैसे स्पष्ट करेंगे 
उ. देखिए, आम आदमी पार्टी चंडीगढ़, दिल्ली, पंजाब ऐसे तीन राज्य है, जिसमें गठबंधन की बात चल रही है। पंजाब की बात करें तो भाजपा अपने दम पर कुछ नहीं है, भाजपा कुछ करती है तो सिर्फ अकालियों के साथ गठबंधन में। भाजपा अब गठबंधन के लिए अकालियों को ब्लैकमेल करने में लगी है। भाजपा अपने दम पर पंजाब में कुछ नहीं कर सकती। लेकिन हां, पंजाब में पक्ष में आम आदमी पार्टी व विपक्ष में कांग्रेस मजबूत स्थिति में है। 

प्र. भाजपा के राम मंदिर के फैसले पर कांग्रेस क्या कहेगी। 
उ. राम मंदिर कोर्ट का फैसला है, बिल्कुल स्वीकार है। सभी को स्वीकार है। खुशी है कि भव्य राम मंदिर का निर्माण शुरू हो गया, लेकिन हमारे धर्म गुरु शंकराचार्य ने इसका विरोध किया और कहा कि राम मंदिर का निर्माण अधूरा है। उन्होंने कहा कि क्या जल्दबाजी है, अधूरे राम मंदिर का शिलान्यास कर रहे हैं और वो भी राजनीतिक लोग। हालांकि वहां पर धर्म गुरुओं को होना चाहिए था, लेकिन वहां पर पूरा राजनीतिककरण कर दिया गया। मोदी जी ने सिर्फ वोटों की खातिर यह सब किया है। वह सत्ता में आए लोगों से पूछना चाहती हैं कि राम मंदिर तो आ गया राम राज्य कब स्थापित होगा। किसान, महिलाओं बेरोजगारों देश को राम राज्य स्थापना के तहत न्याय कब मिलेगा।

 प्र. कांग्रेस के इंटर्नल सर्वे पर क्या कहना चाहेंगी
 उ. मैं नहीं जानती कि सर्वे किसने करवाया। लेकिन देश में 100 सीटें नहीं आ रही बल्कि 300 का आंकड़ा पार करेंगे। इंडिया अलायंस मिलकर 300 का आंकड़ा पार करेगा। भाजपा का सूपड़ा साफ करेंगें। भाजपा को दक्षिण भारत मुक्त हो चुकी है। कर्नाटका व तेलंगाना में दोनों जगह भाजपा औंधे मुंह गिर कर आई हैं। वहीं अगर पंजाब की बात करेंगे तो मैं कहूंगी कि पंजाब में 13 की 13 सीटें भाजपा हारेगी। क्योंकि लोग बड़े परेशान हो चुके हैं। सारा युवा, नौजवान, किसान, महिलाएं, बेरोजगारी, सिलेंडर गैस, हर चीज महंगी है, जिसका बदला लेने के लिए लोग तैयार हैं।


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Content Writer

Vatika

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