परेड देखने आए दर्शकों को चिढ़ा रहा 400 फुट ऊंचा पाकिस्तानी झंडा

punjabkesari.in Monday, Aug 21, 2017 - 04:17 PM (IST)

अमृतसर(नीरज): अटारी बार्डर पर हमारे देश के नेताओं की तरफ से की गई झंडे की राजनीति में भारत सरकार बुरी तरह से फेल नजर आ रही है हालात यह हैं कि भारत के 360 फुट ऊंचे तिरंगे की तुलना में पाकिस्तान की तरफ से लगाए गए 400 फुट ऊंचे झंडे ने राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत सरकार की किरकिरी कर दी है, यहां तक की भारतीय सेना के साथ जंग की तैयारी कर रहे चीन जैसे देश को भी भारत-पाकिस्तान की इस झंडे की राजनीति में उतरने का मौका मिल गया है और चीनी इंजीनियरों ने झंडे के मामले में भारतीय इंजीनियरिंग को फिसड्डी साबित कर दिया है। 

भारत सरकार की तरफ से 15 अगस्त के बाद तिरंगा उतार दिया गया था लेकिन पाकिस्तानी झंडा अभी भी हवा में फहराता चुनौती दे रहा है। बेशक बी.एस.एफ. ने पाकिस्तान के झंडे पर एतराज जताया है लेकिन पाकिस्तान सरकार को इसकी कोई परवाह नहीं है। अटारी बार्डर पर हर रोज परेड देखने आने वाले दर्शकों को भी उस समय अपमान का सामना करना पड़ता है जब पाकिस्तान का 400 फुट ऊंचा झंडा फहराता नजर आता है और 360 फुट ऊंचे तिरंगे की बजाय उसका खाली पोल खड़ा नजर आता है।

बार-बार तिरंगा फटने की घटनाओं के बाद पंजाब सरकार ने कुछ खास मौकों पर ही जैसे स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस जैसे राष्ट्रीय त्यौहारों पर तिरंगा फहराने की अनुमति दी है पर सवाल यह उठता है कि पाकिस्तान की इस झंडे की राजनीति में दी गई चुनौती का भारत सरकार कैसे जवाब दे पाएगी? क्या पाकिस्तान से ऊंचा व पाकिस्तानी झंडे वाली तकनीक का नया तिरंगा बनाया जाएगा या फिर ऐसी ही किरकरी होने दी जाएगी।

 अटारी बार्डर पर गुजरात से परेड देखने आए एक दर्शक सुमित शाह ने कहा कि परेड के दौरान बी.एस.एफ. के जवानों का हौसला देखकर दिल में जोश भर जाता है लेकिन पाकिस्तान झंडे को हवा में फहराता देख निराशा होती है क्योंकि अपना तिरंगा हवा में फहरादिखाई नहीं देता है। दिल्ली से परेड देखने आई एक महिला दर्शक सुनीता देवगन ने कहा कि यदि पाकिस्तान ने धोखे से झंडे की राजनीति की है तो भारत सरकार को भी पाकिस्तान जैसा तिरंगा बना देना चाहिए और पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए फिलहाल दर्शकों के इन सवालों का किसी के पास जवाब नहीं है।

झंडे पर लगे कैमरों की मदद से भारतीय सैनिक ठिकानों पर नजर रख रहा पाक
 

पाकिस्तान ने चीनी इंजीनियरों की मदद से 400 फुट ऊंचा झंडा खड़ा किया है। भारतीय 360 फुट ऊंचे तिरंगे की तुलना में पाकिस्तान ने अपने झंडे पर अत्याधुनिक सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाए हैं। इसके अलावा इस झंडे के पोल के अन्दर छोटी लिफ्ट भी लगा ली है जिससे पाकिस्तानी सैनिक व जासूस इस झंडे के सिरे पर बैठकर भारतीय क्षेत्र पर बड़े आराम से नजर रख सकते हैं। इस बात में इंकार नहीं किया जा सकता है कि पाकिस्तानी जासूस झंडे पर बैठकर बड़े मजे से अटारी से खासा तक के इलाके में जासूसी कर सकते हैं। सबसे गंभीर ङ्क्षचता का विषय तो यह है कि अटारी रिट्रीट सैरेमनी स्थल से लेकर खासा तक के पूरे इलाके में भारतीय सैनिक ठिकाने हैं तथा सुरक्षा के लिहाज से यह सारा इलाका अति महत्वपूर्ण है।

भारत-पाक जंग के दौरान पाकिस्तान की सेना ने बी.ओ.पी. पुलमोरांवाले इलाके से ही भारतीय सेना पर हमला किया था और एक समय के लिए तो इस पोस्ट पर कब्जा भी कर लिया था लेकिन जांबाज शिंगारा सिंह व सिख रैजीमेंट के शूरवीरों ने अपने जीवन का बलिदान देकर न सिर्फ पाकिस्तान से इस जमीन का कब्जा छीन लिया था बल्कि दर्जनों पाकिस्तानी अधिकारियों व सैनिकों को जीवित गिरफ्तार कर लिया था। फिलहाल इस समय जरूरत है पाकिस्तान को झंडे की राजनीति में हराने की ताकि परेड देखने आए दर्शकों को पाकिस्तानी झंडा नहीं बल्कि सबसे ऊंचा तिरंगा हवा में फहराता नजर आए।

अटारी से लाहौर क्या अब वाघा से खासा तक नजर आ रहा पाक  का झंडा
अटारी बार्डर पर 360 फुट ऊंचा तिरंगा फहराए जाने के दौरान नेताओं की तरफ से दावे किए गए थे कि पाकिस्तान के लाहौर से भी अटारी बार्डर पर लगाया गया तिरंगा नजर आएगा लेकिन इससे उल्टा हो गया आज पाकिस्तान के वाघा बार्डर से खासा तक के इलाके में पाकिस्तान झंडा नजर आ रहा है।

पाक  ने भी किया था एतराज नहीं माने थे नेता
जब भारत सरकार की तरफ से अटारी बार्डर पर 360 फुट ऊंचा तिरंगा फहगाया जा रहा था तो पाक सरकार ने भी यही ऐतराज किया था जो इस समय भारत सरकार की तरफ से किया जा रहा है। पाकिस्तान रेंजर्स ने कहा था कि इससे लाहौर तक नजर रखी जा सकती है लेकिन जवाब मिला था कि हम अपने इलाके में तिरंगा लगा रहे हैं इससे किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए लेकिन यह किसी ने नहीं सोचा था कि पाकिस्तान भी ऐसा कर सकता है। पाकिस्तान ने चीन जैसे अपने सहयोगी देश से मिलकर भारत सरकार के इस हमले का जवाब दे दिया और जवाब भी ऐसा दिया कि आज सभी को अपमान का सामना करना पड़ रहा है लेकिन सच यही है कि भारत सरकार ने अपने तिरंगे पर न तो कोई सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाए हैं और न ही किसी प्रकार की लिफ्ट लगाई है।  
 

झंडा लगाने से कोई देशभक्त नहीं बन जाता है
पाकिस्तान में भारत सरकार के लिए कई वर्षों तक जासूसी करने वाले पंकज कुमार ने इस बाबत कहा कि बड़ा झंडा लगाने से कोई बड़ा देशभक्त नहीं बन जाता है। सैंकड़ों देशभक्त अपनी जान हथेली पर रखकर पाकिस्तान में जासूसी करने के लिए जाते हैं और गुमनाम जिन्दगी व्यतीत करते हुए शहीद हो जाते हैं। बार्डर पर हर वर्ष सैंकड़ों सैनिक पाकिस्तानी आतंकवादियों का सामना करते हुए शहीद हो जाते हैं, वे भी अपने तिरंगे से प्यार करते हैं और उनकी लाश तक तिरंगे में लिपटी आती है। देश के नेताओं को कम से कम तिरंगे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए।

इंकम टैक्स विभाग ने तिरंगे की सेवा से की तौबा
वैसे तो स्वतंत्रता दिवस व गणतंत्र दिवस के मौके पर इंकम टैक्स विभाग के अधिकारी तिरंगे के सामने खड़े होकर बड़े-बड़े भाषण देते हैं लेकिन सच्चाई यह है कि कभी इंकम टैक्स कमिश्नरेट अमृतसर की इमारत पर हर रोज फहराने वाला तिरंगा आजकल नजर नहीं आता है। 
तिरंगे के स्थान पर खाली पोल नजर आता है। इसका कारण यह है कि इंकम टैक्स विभाग ने तिरंगे की सेवा करने से तौबा कर ली है क्योंकि इंकम टैक्स दफ्तर की इमारत में लगा छोटा तिरंगा भी विभाग के कर्मचारियों से संभाला नहीं जाता था और कई बार तिरंगा फटने की घटनाएं भी सामने आ चुकी हैं जिसके बाद विभागीय अधिकारियों ने फैसला किया कि राष्ट्रीय त्यौहारों पर ही तिरंगा फहराया जाएगा। अब यह फैसला भी कई सवाल खड़े कर रहा है।

गृह मंत्री व विदेश मंत्री के समक्ष उठाऊंगा मुद्दा : मलिक
सांसद इंजी. श्वेत मलिक ने कहा कि यह मुद्दा अत्यंत गंभीर है, पाकिस्तानी झंडे की तुलना में यदि तिरंगे में कोई तकनीकी कमी रह गई है तो वह ठीक भी हो सकती है। इस संबंध में जल्द ही केन्द्रीय गृह मंत्री व केन्द्रीय विदेश मंत्री के समक्ष मुद्दा उठाया जाएगा। पाकिस्तान ने यदि अंतर्राष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन किया है तो उसे जवाब देना होगा। देश की छवि को मैं कभी भी धूमिल नहीं होने दूंगा।     


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