पानी को लेकर गर्मी निकाल रही है निगम का पसीना
punjabkesari.in Friday, Apr 21, 2017 - 02:46 PM (IST)
पटियाला (मनदीप जोसन, लखविन्द्र): भीषण गर्मी ने पीने वाले पानी को लेकर नगर निगम पटियाला का पसीना निकाल दिया है। गर्मी के कारण शहर में पीने वाले पानी की कमी शुरू हो चुकी है। शहर में पूरा पानी सप्लाई करने के लिए कम से कम 150 ट्यूबवैलों की जरूरत है, जबकि इस समय 131 ट्यूबवैल ही चल रहे हैं। पटियाला शहर में इस समय कुल 65766 पानी के कनैक्शन हैं, जिनको 131 ट्यूबवैल 544 किलोमीटर लंबी लाइनों के द्वारा पानी सप्लाई कर रहे हैं, समूची लाइनें इंटरलिंक्ड हैं परंतु फिर भी पानी की कमी लगातार बढ़ती जा रही है। असल में धरती निचले पानी का स्तर लगातार कम होता जा रहा है और इस समय निगम के सभी ट्यूबवैल 700 फुट गहराई पर चल रहे हैं। इसके स्तर पर भी पानी की कमी आ गई है और ट्यूबवैल पानी की मात्रा कम दे रहे हैं, जिस कारण शहर के ऊंचाइयों वाले हिस्सों की तरफ पानी नहीं चढ़ रहा। बड़ा शहर होने के कारण इस समय 131 ट्यूबवैलों में से 6 के करीब ट्यूबवैल खराब चल रहे हैं हालांकि निगम इनको ठीक करवा रहा है परंतु इन स्थानों पर पानी की कमी के कारण लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। पानी का स्तर दिनों-दिन गिरता जा रहा है जोकि बेहद नुक्सानदेह है।
कहां-कहां है इस समय पानी की कमी
शाही शहर पटियाला में गर्मियों का मौसम शुरू होते ही पानी की मांग भी बढ़ जाती है। पटियाला की गंगा विहार कालोनी, संजय कालोनी, एकता विहार, पाठक विहार, सुईग्रां, सूत वट्टा मोहल्ला, एस.एस.टी. नगर के कुछ हिस्से जिनमें तीन बार की जगह सिर्फ एक बार ही पानी आता है, के कारण लोग बड़े ही परेशान हैं। हालांकि नियमों के मुताबिक नगर निगम को 24 घंटों में से 3 बार पानी देना होता है।
टुल्लू पंपों की भरमार : शहर निवासी तरसते हैं पीने वाले पानी को
नगर निगम की हद अधीन आती अलग-अलग कालोनियों में घरों में रहते लोग पीने वाले पानी को तरसते रहते हैं क्योंकि टुल्लू पंपों की भरमार होने के कारण घरों में पीने वाला पानी नहीं जाता, जिस करके लोगों को परेशान होना पड़ता है परंतु निगम अधिकारी इन टुल्लू पंपों को रोकने के लिए कोई भी अलग मुहिम नहीं चलाते जिसके साथ टुल्लू पंपों की भरमार को खत्म किया जा सके।
नए ट्यूबवैल लगाने की जरूरत
दिन-प्रतिदिन शहरों के क्षेत्रों में बसते जा रहे लोगों के कारण बढ़ती आबादी के मद्देनजर पीने वाले पानी की मांग भी लगातार बढ़ती ही जा रही है, जिसके चलते नगर निगम को और ट्यूबवैल लगाने की जरूरत है, हालांकि निगम अधिकारी भी यह मानते हैं कि शहर में 20 ट्यूबवैल और चाहिएं।