इंटरनैशनल रेल कार्गो पर निकाली जानी थी हैरोइन की खेप

punjabkesari.in Thursday, Jun 27, 2019 - 09:16 AM (IST)

अमृतसर(नीरज): अंतर्राष्ट्रीय अटारी रेलवे स्टेशन पर कस्टम विभाग की तरफ से पाकिस्तान से आई मालगाड़ी की बोगियों से जब्त की गई एक किलो हैरोइन की खेप अमृतसर स्थित इंटरनैशनल रेल कार्गो पर ही निकाली जानी थी जिस प्रकार से हैरोइन की खेप को बोगियों को आपस में जोडऩे वाली प्रैशर पाइप व मेन ब्रेक पाइप के अन्दर छिपाया गया था उसको कोई साधारण व्यक्ति नहीं बल्कि बोगियों को खोलने जोडऩे का ज्ञान रखने वाला तकनीकी माहिर ही निकाल सकता है।

जिस प्रकार से खेप छिपाई गई थी उसको निकालने के लिए भी तकनीकी काम में काफी समय लगता है। अमृतसर स्थित इंटरनैशनल रेल कार्गो की बात करें तो पाकिस्तान से आने वाली मालगाड़ी का आखिरी पड़ाव रेल कार्गो ही है और यहीं पर मालगाड़ी की बोगियां खड़ी की जाती हैं। यहीं से कई बार तकनीकी खामी दूर करने के लिए बोगियों को जालंधर ले जाया जाता है जहां उनकी रिपेयर की जाती है।  

हैरोइन तस्करी के मामले में इंटरनैशनल रेल कार्गो का इतिहास देखे तों यह काफी बदनाम है यही कारण है कि आईसीपी बनने के बाद ज्यादातर व्यापारी जो पाकिस्तान से सीमैंट व अन्य वस्तुओं का आयात करते थे वह आई.सी.पी.के जरिए आयात-निर्यात करने लगे और रेल कारगो पर मालगाड़ी के जरिए होने वाला आयात-निर्यात काफी कम हो गया।इतना ही नहीं हाल ही में पाकिस्तान के एंटी नार्काटिक्स सैल ने भी अटारी की तरफ जाने वाली इसी मालगाड़ी की बोगियों से दो बार हैरोइन की खेप पकड़ी है यह खेप पाकिस्तान के तस्करों ने बोगियों को जोडऩे वाले सिलैंडर में छिपाई थी जिसको निकालने के लिए कई दिन लग गए थे क्योंकि उसको गैस कटर से काटना पड़ा था।

रेल कार्गो के अन्दर सुरक्षा व्यवस्था नाममात्र
एक अंतर्राष्ट्रीय रेल कार्गो जहां पाकिस्तान जैसे देश के साथ आयात-निर्यात किया जाता है इस कार्गो पर सुरक्षा व्यवस्था नाममात्र है। कार्गो के चारों तरफ कोई फैंसिंग या बांउंड्री तक नहीं है। कोई नाका प्वाइंट नहीं है। कार्गो के चारो तरफ चोर रास्ते बने हुए हैं जिसमें कोई भी व्यक्ति आसानी के साथ रेल कार्गो के अन्दर घुसपैठ कर सकता है।


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swetha

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