पंजाब के नेता जसविंदर सिंह उर्फ रॉकी की मौत का असली सच आया सामने
punjabkesari.in Monday, May 02, 2016 - 04:21 PM (IST)
चंडीगढ़ः हिमाचल में गैंगवार में मारे गए पंजाब के नेता जसविंदर सिंह उर्फ रॉकी की मौत का असली सच पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आ गया है।
शिमला के इंदिरा गांधी मैडीकल कॉलेज (आई.जी.एम.सी.) में बीते दिन हुए पोस्टमार्टम में स्पष्ट हो गया कि रॉकी के माथे पर नजदीक से गोली मारी गई जो आर-पार हो गई। इसी से रॉकी की मौत हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से साफ हो गया है कि रॉकी को कातिलों ने तसल्ली से अपने निशाने पर लिया। गाड़ी में इतना सटीक निशाना लगाना किसी शॉर्प शूटर का ही काम हो सकता है।
आई.जी.एम.सी. के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रमेश ने कहा कि काफी करीब से माथे पर मारी गई गोली मौत की वजह बनी। शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया है। उधर, रॉकी के करीबी मीडिया से बात करने से बचते रहे। आई.जी.एम.सी. गेट के बाहर पीबी नंबर की स्कारपियो गाड़ी खड़ी थी, जिसमें जसविंद्र के पहचान के लोग थे। गाड़ी के शीशे काले थे, जिनमें से अंदर कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। हालांकि, शिमला पुलिस की क्यूआरटी की टीम भी गेट पर मौजूद रही।
रॉकी को गोली मारकर मौत के घाट उतारने वाले दोनों शूटरों की शिनाख्त हो गई है। पी.जी.आई. में उपचाराधीन रॉकी के ड्राइवर व रिश्तेदार परम पाल पाली ने दोनों शूटरों को पहचानने का दावा किया है। पाली ने हिमाचल पुलिस को दिए बयान में कहा है कि वह शूटरों को पहचानता है। पिस्टल से गोली दागने वाला जयपाल गैंग का मुख्य गैंगस्टर खुद जयपाल और उसके साथ तीर्थ था। पुलिस के मुताबिक पूरा गैंग अंडरग्राऊंड है। उनके पास लोकेशन के पुख्ता सुबूत है।
उधर, पुलिस ने आगामी छानबीन करते हुए टोल प्लाजा से सी.सी.टी.वी. फुटेज में भी दोनों शूटरों का मिलान कर लिया है। पुलिस ने तीन टीमों का गठन किया है। तीन टीमों में से दो पंजाब और एक हरियाणा के लिए तैयार हुई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जयपाल का गिरोह हरियाणा से भी ऑपरेट करता है। पुलिस ने रविवार को घटनास्थल का दोबारा दौरा किया। इस दौरान फोरलेन कार्य में लगे मजदूरों ने जयपाल और उसके साथी तीर्थ को पहचान लिया है।

