Jalandhar : NIT में हुआ 20वां वार्षिक दीक्षांत समारोह, 1293 छात्रों को प्रदान की गईं डिग्रियाँ
punjabkesari.in Saturday, Nov 16, 2024 - 08:05 PM (IST)
जालंधर : एनआईटी जालंधर में 20वां दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। पंजाब के माननीय राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने मुख्य अतिथि के रूप में समारोह की शोभा बढ़ाई। भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (BEML) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक माननीय शांतनु रॉय ने विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। माननीय राज्यपाल ने संस्थान के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग ब्लॉक का नींव पत्थर भी रखा, जो एचईएफए द्वारा दी गई 240 करोड़ की ग्रांट का पहला प्रोजेक्ट है। दीक्षांत समारोह में 1293 छात्रों को डिग्रियाँ प्रदान की गईं। जिस में पीजी डिप्लोमा -01, बीटेक - 990, एमटेक - 144, एमएससी - 84, एमबीए - 24 और पीएचडी – 50 शामिल हैं।
इस दौरान राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने छात्रों को जीवन में कड़ी मेहनत करने और ऊँचाइयाँ हासिल करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने छात्रों के माता-पिता और शिक्षकों को उनके समर्थन और समर्पण के लिए बधाई दी, जिन्होंने उन्हें इस स्तर तक पहुँचने में मदद की। उन्होंने छात्रों को अपने माता-पिता की सेवा करने और राष्ट्र के विकास और प्रगति में सार्थक योगदान देने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने जिम्मेदार नागरिक बनने और समाज की बेहतरी के लिए सक्रिय रूप से काम करने की अहमियत पर जोर दिया। उन्होंने संस्थान की उपलब्धियों में योगदान देने के लिए चेयरमैन और निदेशक, प्रोफेसर बिनोद कुमार कनौजिया, शिक्षकों और छात्रों को उनकी कड़ी मेहनत के लिए बधाई दी।
मान्यवर श्री शांतनु रॉय, सम्मानित अतिथि, ने युवाओं को संबोधित करते हुए इस महत्वपूर्ण माइलस्टोन को हासिल करने के बाद उन्हें किन करियर मार्गों का पालन करना चाहिए, इस पर प्रकाश डाला। उन्होंने राष्ट्र के भविष्य को आकार देने में प्रौद्योगिकी की भूमिका और छात्रों की जिम्मेदारी पर जोर दिया, ताकि वे चुनौतीपूर्ण समस्याओं का समाधान करें और समाज की भलाई के लिए काम करें।
इस अवसर पर माननीय चेयरमैन, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स और निदेशक प्रोफेसर बिनोद कुमार कनौजिया ने डिग्री प्राप्त करने वाले छात्रों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए बधाई दी और उन्हें सामाजिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए दिन-रात काम करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने समाज को आगे बढ़ाने में प्रौद्योगिकीविदों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया और बताया कि भारत दुनिया में इंजीनियरों का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। एनआईटी जालंधर समाज और राष्ट्र में उभरती चुनौतियों का सामना करने और सार्थक योगदान देने के लिए तैयार प्रतिभाशाली इंजीनियरों, वैज्ञानिकों, प्रबंधकों के एक नए समूह को हर साल प्रस्तुत करता है। प्रोफेसर कनौजिया ने कहा कि आने वाले समय में डिजिटाइजेशन हमारी स्थिरता की ओर बढ़ने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जिससे कुशल, पर्यावरणीय समाधान तैयार होंगे।
प्रोफेसर कनौजिया ने बताया कि हाल की एक उपलब्धि के रूप में, संस्थान अब प्रतिष्ठित क्यूएस विश्व रैंकिंग में एशियाई विश्वविद्यालयों में 661-680 रैंकिंग बैंड में आता है और दक्षिण एशिया के विश्वविद्यालयों में 202वें स्थान पर है। संस्थान की सफलता शोध क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति के कारण हुई है। संस्थान के फैकल्टी सदस्यों ने शोध में उत्कृष्टता प्राप्त की है, 2024 में प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में 958 रिसर्च पेपर प्रकाशित किए हैं, जिससे इसकी स्थापना के बाद कुल 7,325 प्रकाशनों का योगदान हुआ है। संस्थान ने एक नई आईपीआर नीति पेश की, जिसके परिणामस्वरूप 2020 से 2024 तक 103 प्रकाशित और आठ स्वीकृत आईपीआर हुए। फैकल्टी सदस्यों को 40 करोड़ रुपये के 87 रिसर्च प्रोजेक्ट मिले हैं । राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ MoU साइन हुए हैं । संस्थान एक मजबूत शैक्षणिक टीम बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और पिछले वर्ष में कई नए फैकल्टी सदस्यों की नियुक्ति की है। संस्थान ने तकनीकी और गैर-तकनीकी स्टाफ की नियुक्ति की है। इसके अलावा, एनआईटी जलंधर को हिमालयन फ्लड्स पर रिसर्च के लिए SPARC 2024 का प्रोजेक्ट मिला है ।
2023-2024 शैक्षणिक वर्ष के दौरान, एनआईटी जलंधर के छात्रों को गूगल, अमेज़न, एनवीडिया जैसी शीर्ष कंपनियों और बीपीसीएल, एचपीसीएल जैसे पब्लिक सेक्टर कंपनियों में नियुक्तियाँ मिलीं। गूगल से 53 लाख रुपये का उच्चतम पैकेज प्राप्त हुआ | 154.25 एकड़ में फैले परिसर को एचईएफए (HEFA) से इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए 240 करोड़ रुपये का राशि धन प्राप्त हुआ है। नए लेक्चर थियेटर ब्लॉक, मेगा हॉस्टल, और एक मेस ब्लॉक सहित कई परियोजनाएँ चल रही हैं। भविष्य की योजनाओं में कई ब्लॉक और आवासीय सुविधाएँ शामिल हैं। एनआईटी जलंधर में प्रौद्योगिकी व्यवसाय इनक्यूबेशन सेंटर और ISRO द्वारा फंडेड अंतरिक्ष-प्रौद्योगिकी इनक्यूबेशन सेंटर जैसे विशेष केंद्र हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग विभाग ने हाल ही में PMJVK योजना के तहत 5G सेंटर ऑफ एक्सीलेंस लॉन्च किया है| प्रोफेसर कनौजिया ने सभी उपलब्धियों के लिए फैकल्टी, स्टाफ, छात्रों और पूर्व छात्रों के प्रयासों, प्रतिबद्धता और दृढ़ संकल्प की सराहना की।
संस्थान के रजिस्ट्रार, प्रोफेसर अजय बंसल, ने इस खास मौके पर छात्रों और उनके माता-पिता को बधाई दी। सभी डिग्री प्राप्तकर्ताओं ने इस पल का जश्न मनाया और NIT जालंधर की भूमिका को स्वीकार किया, जिसने उनके करियर और जीवन को दिशा दी। कई छात्र अपने माता-पिता और अभिभावकों के साथ इस कार्यक्रम में शामिल हुए, जिन्होंने अपनी खुशी व्यक्त की। यह कार्यक्रम कई सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर लाइव स्ट्रीम किया गया।