LED कम्पनी को काम बंद करने के आदेश

punjabkesari.in Friday, Sep 21, 2018 - 11:03 AM (IST)

जालंधर (खुराना):अकाली-भाजपा कार्यकाल के अंतिम दिनों में उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के निर्देशों पर जालंधर की 65,000 स्ट्रीट लाइटों को एल.ई.डी. लाइटों में बदलने का 274 करोड़ रुपए का प्रोजैक्ट जल्दबाजी में शुरू करवा दिया गया था, परन्तु अब यह प्रोजैक्ट खटाई में पड़ता प्रतीत हो रहा है।

गौरतलब है कि उस समय विपक्ष में बैठी कांग्रेस पार्टी ने इस प्रोजैक्ट को बड़ा घोटाला करार दिया था। कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद से ही यह प्रोजैक्ट कांग्रेसियों की आंखों में खटक रहा था, परन्तु मॉडल टाऊन क्षेत्र से कांग्रेसी पार्षद रोहन सहगल ने जिस प्रकार इस प्रोजैक्ट के विरुद्ध मोर्चा खोला और इसमें घपलेबाजी के आरोप लोकल बॉडीज मंत्री नवजोत सिद्धू तक पहुंचाए, उसके बाद इस प्रोजैक्ट की जांच चीफ विजीलैंस आफिसर से करवाने की घोषणा की गई हैरानी तो तब हुई जब सी.वी.ओ. को प्रोजैक्ट की जांच रैफर होने के बावजूद पी.सी.पी. इंटरनैशनल कम्पनी ने एल.ई.डी. लाइटें लगाने का काम जारी रखा।

वहीं कम्पनी ने मनमर्जी करते हुए कांट्रैक्ट की शर्तों का सरेआम उल्लंघन करना शुरू कर दिया, जहां कम्पनी को 60 वाट की एल.ई.डी. लाइट लगानी चाहिए थी, वहां कम्पनी ने एनर्जी सेविंग के उद्देश्य से 30 वाट की लाइटें थोपनी शुरू कर दी। रोहन सहगल ने दोबारा आरोप लगाया कि कम्पनी जानबूझ कर कम वाट की लाइटें इसलिए लगा रही है, क्योंकि उसे एनर्जी सेविंग से 89 प्रतिशत हिस्सा मिलना है। नगर निगम कमिश्रर दीपर्व लाकड़ा ने आज इस बात की पुष्टि की कि एल.ई.डी. प्रोजैक्ट की फाइल लोकल बॉडीज के सी.वी.ओ. के हवाले कर दी गई है और सी.वी.ओ. को फिजिकल रिपोर्ट भी सौंपी गई है, जिसमें विवरण दर्ज है कि कम्पनी ने कुल कितनी लाइटें लगाई और किस-किस वाट की लगाई। कमिश्रर ने बताया कि कम्पनी को काम रोकने के आदेश दिए गए हैं। 
 


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