वारदात-दर-वारदात ट्रेस करने में उड़ी पुुलिस की नींद

punjabkesari.in Friday, Oct 12, 2018 - 01:59 PM (IST)

जालंधर(रविंदर): आजकल महानगर पुलिस की नींद खासी हराम हो रखी है। एक तरफ आतंकी गतिविधियों पर अंकुश लगाना और दूसरी तरफ आम नागरिक की सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए तमाम पुलिस अधिकारियों की पिछले कुछ दिनों से खासी दौड़ लग रही है। यहां तक कि पुलिस अधिकारियों के पास न तो सही ढंग से खाने की फुर्सत है और न ही सही ढंग से सोने की। पुलिस अधिकारियों को 24 घंटे अपनी ड्यूटी निभानी पड़ रही है। 

दरअसल मकसूदां बम ब्लास्ट, ए.आई.जी. की मां की हत्या और शराब कारिंदों से लूट के बाद कमिश्ररेट पुलिस बैकफुट पर थी। कानून व्यवस्था से आम नागरिकों का विश्वास उठता जा रहा था। ऐसे में कानून व्यवस्था बहाल करने की जिम्मेदारी सरकार ने तेजतर्रार अधिकारी गुरप्रीत सिंह भुल्लर को सौंपी।भुल्लर के चार्ज लेते ही कमिश्ररेट पुलिस भी चार्ज हो गई। वर्किंग में तेजी लाई गई और हर तरफ से मामला इंवैस्टीगेट किया जाने लगा। इसका नतीजा यह निकला कि ए.आई.जी. की मां के हत्यारों को पुलिस ने खोज निकाला। एक मामला अभी सुलझा ही था कि मकसूदां बम ब्लास्ट को लेकर अलग-अलग टीमों का गठन कर अभी पुलिस इस मामले को सुलझाने में ही उलझी थी कि शहर में कश्मीरी आतंकियों का इनपुट पुलिस के पास आ गया। 

रेकी के बाद इन आतंकियों की हर गतिविधि पर नजर रखी गई और पूरी छानबीन के बाद इन आतंकियों को सी.टी. इंस्टी‘यूट के होस्टल से गिरफ्तार कर लिया गया। यही नहीं इसी बीच शहर में आर.एस.एस. प्रमुख मोहन भागवत का 3 दिन का प्रवास था। उनकी सिक्योरिटी की पूरी कमान भी कमिश्ररेट पुलिस के हाथ थी और खुद पुलिस कमिश्रर गुरप्रीत सिंह भुल्लर इसकी निगरानी कर रहे थे। एक तरफ जहां सुबह 6 बजे कमिश्रर व उनकी टीम मोहन भागवत की सिक्योरिटी समीक्षा कर रही थी तो दूसरी तरफ पकड़े गए आतंकियों से पूछताछ और अगले ही पल शहर में पहुंची सैंट्रल एजैंसियों से तालमेल। कुल मिलाकर पिछले कुछ दिनों से कमिश्ररेट पुलिस के अधिकारियों की इस कदर दौड़ लग रही है कि हर किसी की नींद हराम हो चुकी है।


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