अमृतसर हवाई अड्डे पर एंटर होते ही हैंडबैग पर लगेगी मोहर
punjabkesari.in Saturday, Mar 10, 2018 - 04:26 PM (IST)

नई दिल्ली/अमृतसर(सोनिया): सुरक्षा में चूक न हो इसके चलते अमृतसर एयरपोर्ट प्रशासन यात्रियों से दोस्तानां रिश्ते कायम करने के लिए नियम बना रहा है। इसके साथ ही अब अमृतसर हवाई अड्डे पर एंटर होते ही हैंडबैग पर मोहर लगेगी। इस वर्ष के अंत तक अमृतसर शायद एकमात्र ऐसा हवाई अड्डा होगा जहां यात्रियों के हैंडबैग की "सुरक्षा की जांच" के बाद मोहर लगाई जाएगी। जम्मू और कश्मीर को छोड़कर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, जो पूरे भारत के 59 हवाई अड्डों पर सुरक्षा प्रदान करता है। इनमें 37 हवाईअड्डों पर ये अभ्यास गत अप्रैल में बंद कर दिया गया था जबकि इस वर्ष 21 हवाईअड्डों पर इसकी शुरुआत जल्द कर दी जाएगी।
एक वरिष्ठ सीआईएसएफ अधिकारी ने कहा कि अमृतसर एकमात्र ऐसा हवाई अड्डा है जहां सुरक्षा को अनदेखा नहीं किया जा सकता। सूत्रों अनुसार भारत में अधिकांश हाईजैकर्स के साथ अमृतसर कनेक्ट हो गया था जिस कारण ये सुरक्षा बढ़ानी पड़ी। बता दे कि जम्मू और श्रीनगर के हवाईअड्डे देश में सबसे अधिक संवेदनशील हैं लेकिन उनके पास सीआईएसएफ सुरक्षा नहीं है। इसके अलावा, इन हवाई अड्डों पर हैंडबैग लेजाने की अनुमति नहीं है।
अर्धसैनिक बल की वार्षिक प्रैस बैठक में सीआईएसएफ के अतिरिक्त डीजी (हवाई अड्डा क्षेत्र) एमए गणपति ने बताया कि हम तेजी से हवाई यात्रा की प्रक्रिया को सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं। अमृतसर के अलावा सभी हवाई अड्डों पर हैंडबैग स्टैंपिंग समाप्त होने के अलावा,पैरा सैन्य बल ने कुछ अन्य यात्री-अनुकूल चालें तैयार की हैं जिसका लक्ष्य हैं कि प्रस्थान डोर पर दस्तावेजों की जांच के लिए प्रति यात्री 30 सैकेंड से अधिक न लगे।
गणपति ने कहा कि एजैंसी ने छोटे और उदयन हवाई अड्डों के लिए दो नए मॉडल तैयार किए हैं ताकि लागत की सुरक्षा में सुधार किया जा सके, ताकि सुरक्षा प्रदान की जा सके। यह अक्सर कहा जाता है कि हमारा वर्तमान मॉडल भी जनशक्ति केंद्रित है हम एक विमान-केंद्रित मॉडल के साथ आए हैं जहां उड़ान प्रस्थान से दो घंटे पहले सीआईएसएफ सुरक्षा प्रदान करेगा।