''मैं बम धमाकों से नहीं, राजनीतिक आतंकवाद से हारा जिंदगी''

punjabkesari.in Monday, Apr 25, 2016 - 02:22 PM (IST)

नाभा (जैन): आल इंडिया आतंकवाद विरोधी फ्रंट के राष्ट्रीय चेयरमैन मनिंद्रजीत सिंह बिट्टा ने 11 सितम्बर 1993 के दिल्ली बम धमाकों में शामिल प्रोफैसर दविंद्रपाल सिंह भुल्लर की पैरोल रिहाई पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि मैं बम धमाकों से घबराया नहीं परंतु राजनीतिक आतंकवाद से जिंदगी हार गया हूं। 

 

उन्होंने कहा कि मैंने सारी जिंदगी अब तक कांग्रेस का सिपाही बनकर गुजारी। मुझ पर हुए हमलों में 35/36 कमांडोज और बेगुनाह लोग मारे गए व 50 से अधिक घायल हुए परंतु कांग्रेस के सीनियर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने आतंकवादी प्रो. भुल्लर का सुप्रीम कोर्ट में केस लड़ा और उसकी फांसी की सजा को उम्रकैद में मानसिक रोगी कह कर तबदील करवाया। फिर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भुल्लर की पैरवी की और उसे दिल्ली से अमृतसर तबदील करवाया। 

 

बिट्टा ने आरोप लगाया कि प्रो. भुल्लर की पैरोल रिहाई के पीछे बहुत बड़ी राजनीतिक साजिश है। उन्होंने कहा कि मुझे सुखबीर बादल या शिरोमणि अकाली दल की सत्ताधारी सरकार के प्रति इतना रोष नहीं है, जितना कांग्रेस प्रति है क्योंकि भुल्लर की रहम की अपील राष्ट्रपति ने 2011 में खारिज कर दी थी परंतु यू.पी.ए. सरकार ने फांसी के लिए ठोस कदम नहीं उठाया और माननीय सुप्रीम कोर्ट और राष्ट्रपति के निर्देशों पर अमल नहीं किया, जिस कारण अब पैरोल रिहाई संभव हो गई। 


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