13 साल की बच्ची की बदौलत 6 लोगों को मिली नई जिंदगी, हैरान कर देगा पूरा मामला

punjabkesari.in Tuesday, Jul 20, 2021 - 02:55 PM (IST)

चंडीगढ़(पाल): 13 साल की मासूस की बदौलत 6 लोगों को एक नई जिंदगी मिल पाई है। बच्ची के ऑर्गन जरूरतमंद मरीजों को पी.जी.आई. ने ट्रांसप्लांट किए हैं। एक्टिंग नोडल अफसर रोटो प्रो. अशोक कुमार ने बताया डोनर फैमिली खुद चाहती थी कि उनकी बेटी की जिंदगी यूं ही जाया न जाए।  भले ही बेटी दुनिया में न रहे लेकिन किसी और के शरीर में वह इस दुनिया को देखे। इसी सोच के साथ यह फैसला लिया। सहमति के बाद बच्ची का हार्ट, लिवर, किडनी, कार्निया निकाला गया। हार्ट छोड़ सभी ऑर्गन पी.जी.आई. में मरीजों को ट्रांसप्लांट हुए। हार्ट का कोई मैचिंग रिसीपियंट पी.जी.आई. में नहीं मिला। दूसरे ट्रांसप्लांट हॉस्पिटल से संपर्क किया। मुंबई के सर एच.एन. रिलांयस हॉस्पिटल में मैचिंग रिसीपियंट मिला। 

ग्रीन कॉरिडोर बनाकर भेजा हार्ट
पी.जी.आई. से ग्रीन कॉरिडोर बनाकर सुबह 6.35 बजे एयरपोर्ट पर हार्ट भेजा गया। ऑर्गन जितना बड़ा होता है, उसके खराब होने के चांस उतने बढ़ जाते हैं। ऐसे में यह वक्त के साथ रेस लगाने जैसा है। चंडीगढ़ और मोहाली पुलिस, सी.आई.एस.एफ. और एयरपोर्ट स्टाफ का इसमें बहुत सहयोग रहा, जिसकी वजह से हम वक्त पर ऑर्गन भेज पाए।

8 जुलाई को घर में हुई थी बेहोश
चंडीगढ़ की बच्ची 8 जुलाई को घर पर ही बेहोश हो गई। परिवार उसे जी.एम.एस.एच.-16 लाया लेकिन हालत ज्यादा खराब होने पर उसे पी.जी.आई. रैफर किया गया। 10 दिन जिंदगी व मौत से लडऩे के बाद डॉक्टर्स ने उसे सभी प्रोटोकॉल के बाद 18 जुलाई को ब्रेन डैड घोषित कर दिया।


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Content Writer

Vatika

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