24 घंटे इस जिले के लिए बेहद खतरनाक! सेना की तरफ से राहत और बचाव कार्य जारी
punjabkesari.in Tuesday, Jul 11, 2023 - 07:55 AM (IST)

पटियाला (परमीत ) : पटियाला नदी और छोटी नदी का पानी बैक मारने के कारण लगभग 40 प्रतिशत पटियाला के हिस्से अंदर पानी घुसा है और पूरी तरह बाढ़ जैसा माहौल है और लोगों में भारी डर का माहौल है। शहर के अर्बन एस्टेट जैसे वी.वी.आई.पी. एरिया में लोगों के बैडरूमों तक भी पानी दाखिल हो गया। पानी का बहाव इतना ज़्यादा तेज और ओवर है कि उसने बचाव कामों को भी फीका कर दिया है। 10 तारीख के बाद आने वाले 24 घंटे पटियालवियों के लिए बेहद खतरनाक है। यदि स्थिति ओवरकंट्रोल हुई तो अंदर वाला पटियाला भी बुरी तरह डूब सकता है।
पटियाला नदी का डीयर पार्क नजदीक बनाया गया बांध शहर वाली तरफ को टूट गया है, जिसके साथ खबर लिखे जाने तक शहर अंदर पानी एंटर होना शुरू हो गया था। इस बांध को दोबारा जोड़ने के लिए तुरंत फौज को बुलाया गया है जिससे इस बांध को तुरंत बंद किया जाए क्योंकि यह पुल बड़ी नदी और छोटी नदी को अलग-अलग करने के लिए लगाया था परन्तु इसके टूटने के कारण पानी छोटी नदी में दाखिल हो रहा है और छोटी नदी सीधे तौर पर पूरे शहर को डुबाने का काम करती है।
Private अस्पताल के मरीज राजिंद्रा अस्पताल में करवाया Shift
नए बस स्टैंड के सामने स्थित प्राईवेट अस्पताल से आज तड़के करीब 3.30 पर पार्क अस्पताल में दाखिल मरीजों (9 मरीज ऑक्सीजन पर थे) को सरकारी राजिंद्रा अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। वहीं सेना द्वारा गोपाल कॉलोनी, अर्बन एस्टेट फेज 2 सहित कई इलाकों में राहत और बचाव कार्य किया जा रहा है।
2 दिनों से लगातार ग्राउंड जीरो पर डटी DC साक्षी साहनी
इसी बीच पिछले 2 दिनों से डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी रातभर ग्राउंड जीरो पर डटी रही। 9 और 10 जुलाई की रात को, जहां उन्होंने राजपुरा के एक निजी अस्पताल से मरीजों को शिफ्ट करवाया और चितकारा विश्वविद्यालय से 910 छात्रों को निकाला, वहीं 10 और 11 जुलाई की रात वह अर्बन एस्टेट फेज 2 से लोगों की निकालने की निगरानी करते रहे। रात 2.30 बजे सूलर रोड पर स्थिति की समीक्षा करते नजर आए। इस तरीके 48 घंटों से वह ग्राउंड जीरो पर टीम पटियाला का नेतृत्व करते नजर आए। उनके इस तरीके से लोगों के साथ खड़े होने की भावना की हर तरफ प्रशंसा हो रही है।