95 वर्षीय मां ने किसान बेटे को दी अंतिम विदाई, मंजर देख नम हुई हर आंख

punjabkesari.in Thursday, Jan 21, 2021 - 02:27 PM (IST)

नाभा: केंद्र सरकार के खेती कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन लगातार जारी है। कड़ाके की ठंड के बीच संघर्ष करते करीब  100 किसान अपनी, कीमती जानें खो चुके हैं। गत दिवस टिकरी बार्डर पर गांव तुंगा के किसान धन्ना सिंह की दिल का दौरा पड़ने के कारण मौत हो गई थी, जिसका अंतिम संस्कार आज गांव में किया गया।
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मृतक किसान की 95 वर्षीय बुढ़िया मां का रो-रो कर बुरा हाल है। जिस मां ने कभी तमन्ना की होगी कि उसका बेटा उसे कंधा देगा तथा उसे अंतिम विदाई देकर दुनिया से रूखस्त करेगा, आज वहीं मां अपने बेटे को दुनिया से विदा कर रही है। अंतिम संस्कार से पहले किसानी झंडे के साथ किसान यूनियन एकता उगराहां की तरफ से मृतक देह पर किसानी झंडा डाल कर श्रद्धांजलि दी गई। किसान यूनियन के नेता ने कहा कि जब तक यह संघर्ष चलता रहेगा, इसी तरह किसान शहादत देते रहेंगे।
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दूसरी तरफ़ नाभा के नायब तहसीलदार ने कहा कि सरकार की तरफ से मृतक किसान के परिवार को 5 लाख की आर्थीक मदद और अन्य मदद मुहैया कराई जाएगी।मृतक किसान धन्ना सिंह पिछले 55 दिनों से दिल्ली के टिकरी बार्डर पर धरने पर बैठा हुआ था। किसान धन्ना सिंह जब गांव तों गया था तो अपनी ट्रैक्टर -ट्राली लेकर और गांव के किसानों को साथ लेकर वहां संघर्ष के लिए पहुंचा था लेकिन परिवार को बिल्कुल भी नहीं पता था कि हमारा घर का प्रमुख शहीद होकर घर  लौटेगा। यह ख़बर जब गांव में फैली तो आस-पास गांवों में भी शोक की लहर फैल गई और नाभा के कई गांव मृतक किसान के आखिरी दर्शन करने के लिए पहुंचे। 


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