मूसलाधार बारिश में भी श्री हरिमंदिर साहिब में भारी संख्या में नतमस्तक होने पहुंची संगत

punjabkesari.in Monday, Jul 20, 2020 - 01:57 PM (IST)

अमृतसर(अनजान): मूसलाधार वर्षा में भी भारी संख्या में संगत अपने प्यारे प्रीतम के दर्शन करने के लिए श्री हरिमंदिर साहिब में नतमस्तक हुई। चाहे भारी वर्षा हो रही थी, परन्तु नित्य नियम के साथ आने वाले श्रद्धालु गुरुरामदास पातशाह की गोद में आ जुड़े। 

तीन पहर रात से लेकर सुबह समय हुई बारिश की छोटी-छोटी बूदों और आंधी में भी संगत दर्शनीय ड्योड़ी के बाहर बैठकर श्री सुखमणि साहिब जी के पाठ निरंतर करती रही। इस सुहावने मौसम में श्री हरिमंदिर साहिब का नजारा मानो एक स्वर्ग लग रहा था। किवाड़ खुलते ही संगत सतिनामु वाहेगुरुका जाप करती और विनती रूपी शब्दों का लत्त गायन करती श्री हरिमंदिर साहिब अंदर पहुंची। श्री अकाल तख्त साहिब से जैसे ही पवित्र श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का स्वरूप पालकी साहिब में सजाने के लिए लाया गया, संगत ने गुलाब की पंखुडिय़ों की बारिश की और सुनहरी पालकी में सुशोभित करके श्री हरिमंदिर साहिब के अंदर प्रकाशमान किया गया।

ग्रंथी सिंह ने हुक्मनामा लिया, जिसकी कथा गुरुद्वारा श्री मंजी साहिब दीवान हाल में की गई। सभी दिन की मर्यादा तीन पहरे वाली संगत और ड्यूटी सेवकों ने मिलजुल कर संभाली। रागी जत्थों ने इलाही बाणी के कीर्तन कर संगत को निहाल किया गया और शाम को रहरासि साहिब जी के पाठ उपरांत आरती का उच्चारण किया गया। रात समय सुख-आसन उपरांत श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का पवित्र स्वरूप श्री अकाल तख्त साहिब पर विराजमान किया गया। संगत ने परिक्रमा के स्नान की सेवा के अलावा छबील, जोड़े घर और गुरु कर लंगर में सेवा की और लंगर छक कर तृप्त हुई।


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