बिजली समझौते रद्द करने के प्रस्ताव नामंजूर करने पर भड़के ‘आप’ विधायक

punjabkesari.in Friday, Jan 17, 2020 - 09:20 AM (IST)

चंडीगढ़(रमनजीत): आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा विधानसभा में बिजली खरीद समझौते (पी.पी.एज.) रद्द करने के लिए लाया गया प्राइवेट मैंबर बिल नामंजूर किए जाने के रोष में विधायकों ने नेता विपक्ष हरपाल सिंह चीमा के नेतृत्व में वॉकआऊट किया, हालांकि चार ‘बागी’ विधायक सदन में ही बैठे रहे।  

चीमा के नेतृत्व में अमन अरोड़ा, सर्बजीत कौर माणूके, कुलतार सिंह संधवां, मीत हेयर, बलजिंद्र कौर, रूपिंदर कौर रूबी, मास्टर बलदेव सिंह, जै किशन सिंह रोड़ी, मनजीत सिंह बिलासपुर और कुलवंत सिंह पंडोरी ने सदन से वॉकआऊट किया, जबकि कंवर संधू, पिरमल सिंह खालसा, जगतार सिंह जग्गा हिस्सोवाल व जगदेव सिंह कमालू सदन में ही बैठे रहे। 

वॉकआऊट करके बाहर आए हरपाल सिंह चीमा ने राज्यपाल के भाषण को झूठ का पुङ्क्षलदा करार देते हुए कहा कि सरकार ने इस बार फिर राज्यपाल से जी भरकर झूठ बुलवाया है। चीमा ने कहा कि विधायक अमन अरोड़ा ने पिछली बादल सरकार द्वारा निजी थर्मल प्लांटों के साथ किए महंगे, घातक और एकतरफा समझौते रद्द करने के लिए प्राइवेट मैंबर बिल पेश करने की इजाजत मांगी थी, परंतु मंजूरी नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि यह सरेआम लोक विरोधी कदम है, क्योंकि जब तक निजी थर्मल प्लांटों के साथ किए ‘लुटेरा’ समझौते रद्द नहीं किए जाते तब तक लोगों को सस्ती बिजली मिलना संभव नहीं। 

चीमा ने सभी दलों के विधायकों से अपील की कि वह पार्टीबाजी से ऊपर उठकर लोगों के भले के लिए निज बिजली कंपनियों के साथ किए घातक समझौते रद्द करने के लिए ‘आप’ का समर्थन करें, क्योंकि बिजली के बिल कांग्रेस, अकाली, भाजपा या आम आदमी पार्टी देख कर नहीं आते।अरोड़ा ने कहा कि सरकार के इशारे पर स्पीकर की तरफ से निजी बिजली कंपनियों के पी.पी.एज. रद्द करने के लिए लाए गए प्राइवेट मैंबर बिल नामंजूर करके कैप्टन अमरेंद्र सिंह सरकार ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि बादलों की तर्ज पर कांग्रेस सरकार भी लोगों के हितों में खड़े होने की जगह निजी बिजली कंपनियों की झोली में बैठ गई है। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

swetha

Recommended News

Related News