Punjab : मछली पालकों के लिए अलर्ट! विभाग ने जारी की एडवाइजरी
punjabkesari.in Friday, Apr 25, 2025 - 03:05 PM (IST)

मोगा : बढ़ती गर्मी के बीच मछली पालकों के लिए एडवाइजरी जारी हुई है। मोगा में नवनियुक्त सहायक डायरेक्टर मछली पालन रशु मेहंदीरत्ता ने मोगा जिले में गर्मी के मौसम को देखते हुए मछली पालकों को अपनी मछलियों और अपने पेशे पर पूरा ध्यान देने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि मछली पालन विभाग ने इस बारे में एडवाइजरी जारी की है कि किस तरह से मछली पालन पेशे को गर्मियों में बिना किसी बाधा या नुकसान के जारी रखा जा सकता है।
इस एडवाइजरी के बारे में रशु मेहंदीरत्ता ने कहा कि मछलियों को 35 डिग्री सेल्सियस की गर्मी से बचाने के लिए तालाब में पानी की गहराई 5-6 फीट होनी चाहिए और समय-समय पर उसमें ताजा पानी डाला जाना चाहिए। मछली पालन के जरूरी मापदंड जैसे पानी में घुली हुई ऑक्सीजन की मात्रा 5 पीपीएम से अधिक, पानी का पीएच 7.5 से 8.5 के बीच, पानी का रंग हल्का हरा, क्षारीयता 100-250 पी.पी.एम और कठोरता 200 पी.पी.एम से कम होनी चाहिए आदि।
मछली पालकों को फार्म पर ऑक्सीजन की गोलियां या पाउडर रखना चाहिए। विभाग द्वारा निर्दिष्ट मात्रा से अधिक खाद और चारा का प्रयोग न करें। कल्चर टैंक में आवश्यकता से अधिक मछलियां न रखें, यदि मछली पानी की सतह से ऊपर मुंह से सांस लेती दिखे, जो पानी में ऑक्सीजन की कमी का लक्षण है, तो सबसे पहले तालाब में ताजा पानी छोड़ें और ऑक्सीजन की गोलियां या पाउडर का प्रयोग करें। तालाब में अमोनिया गैस के प्रभाव को कम करने के लिए पानी के वातन के साथ-साथ फिटकरी का प्रयोग करें। समय- समय पर यानि 15 या 30 दिन के बाद तालाब के पानी का 20-25 प्रतिशत हिस्सा ताजा पानी से बदलना सुनिश्चित करें।
मछली पालन अधिकारी मोगा बलजोत सिंह मान ने मछली पालकों को मछली पालन पेशे में शामिल होने और कृषि विविधीकरण को अपनाने की अपील की और कहा कि विभाग हर महीने मछली पालन का मुफ्त प्रशिक्षण देता है, अब 19 मई से 23 मई तक पांच दिवसीय मुफ्त प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिसका अधिक से अधिक किसानों को लाभ उठाना चाहिए।
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