पंजाब की सभी प्रदेश एवं जिला इकाइयां भंग, नए चेहरों को कमान मिलने की उम्मीद

punjabkesari.in Wednesday, Jan 22, 2020 - 10:27 AM (IST)

फिरोजपुर(मल्होत्रा): ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी द्वारा पंजाब प्रदेश की सभी राज्य और जिला इकाइयां भंग किए जाने के बाद प्रदेश एवं जिला प्रधानों की प्रधानगियां प्राप्त करने को लेकर पार्टी के हर नेता में होड़ शुरू हो गई है।

पार्टी के ऑल इंडिया महासचिव के.सी. वेणुगोपाल द्वारा मंगलवार देर सायं जारी किए गए इन आदेशों में जहां प्रदेश एवं सभी जिला इकाइयों को भंग करने के आदेश दिए गए हैं, वहीं नई नियुक्तियां होने तक प्रदेश कांग्रेस के नेताओं पर आधारित को-ऑर्डीनेशन कमेटी को कमान सौंप दी गई है जिसमें आशा कुमारी चेयरपर्सन, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह, प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़, अंबिका सोनी, मंत्रियों चरणजीत सिंह चन्नी, सुंदर शाम अरोड़ा, सुखजिन्द्र सिंह सरकारिया, विजयइन्द्र सिंगला, विधायकों कुलजीत नागरा, गुरकीरत कोहली और महासचिव कैप्टन संदीप सिंह संधू को शामिल किया गया है। एक तरफ जहां भाजपा द्वारा हाल ही में अपने प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा कर विधानसभा चुनाव 2022 का मिशन आरंभ कर दिया है, वहीं कांग्रेस के इस कदम को भाजपा के जवाब के रूप में देखा जा रहा है और कांग्रेस पार्टी भी 2022 के चुनाव को फोकस कर प्रदेश एवं जिलों में नए चेहरों को कमान सौंपने की तैयारी में है। 

पार्टी के इस कदम के बाद जिला प्रधानगियों के लिए पार्टी के नेताओं में होड़ मचनी तय है। जिला फिरोजपुर से अनुमीत सिंह हीरा सोढी जिला प्रधान के दावेदारों में प्रबल माने जा रहे हैं क्योंकि जहां उनके पिता गुरमीत सिंह 4 बार गुरुहरसहाय से विस चुनाव जीत कर इस समय मंत्री पद पर विराजमान हैं, वहीं हीरा सोढी भी युवाओं में खासे लोकप्रिय नेता हैं। सोढी परिवार का जिले में ही नहीं बल्कि पंजाब में अच्छा खासा आधार है। उधर जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष चमकौर सिंह ढींडसा की कार्यप्रणाली को लेकर जिले के कांग्रेसियों में खासा उत्साह है, बहुसंख्यक कांग्रेसी चमकौर सिंह ढींडसा को स्व. प्रधान अनूप सिंह के बाद सबसे बढिय़ा कांग्रेस प्रधान मानते हैं। विधानसभा 2017 चुनाव के वक्त चमकौर सिंह ढींडसा की प्रधानगी में कांग्रेस ने जिला फिरोजपुर की चारों विस सीटों पर विजय प्राप्त की है।  

ढींडसा का कहना है कि पार्टी के हर फैसले से वह सहमत हैं। अगर पार्टी उन्हें जिम्मेदारी सौंपेगी तो 2017 के चुनाव की तरह वह 2022 के विस चुनाव में भी पूरी मेहनत कर जिले की सभी सीटों पर कांग्रेस को जीत दिलवा पार्टी का झंडा बुलंद करेंगे। उधर जिला फिरोजपुर के कुछ कांग्रेसी नेताओं के बीच छत्तीस का आंकड़ा जग-जाहिर है, अब देखना होगा कि पंजाब में कांग्रेस की सीनियर लीडरशिप किसी ईमानदार और वर्किंग नेता पर दाव खेलती है या फिर पहले की तरह डिब्बे से पर्ची निकाल कर ही पंजाब के तमाम जिलों के प्रधान बनाए जाएंगे। फिल्हाल जिला फिरोजपुर में कांग्रेसी नेताओं की आपसी गुटबंदी जग-जाहिर है। 


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Edited By

Sunita sarangal

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