प्राइवेट स्टोर वालों की मनमानी, सरकारी अस्पताल के स्टाफ के साथ गुंडागर्दी

punjabkesari.in Tuesday, Aug 13, 2024 - 04:31 PM (IST)

अमृतसर- गुरु नानक देव अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में प्रवेश न करने देने पर निजी स्टोर के कर्मचारियों द्वारा एक सरकारी कर्मचारी की पिटाई करने का मामला सामने आया है। गंभीर रूप से घायल सरकारी कर्मचारी का अस्पताल में इलाज चल रहा है। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. करमजीत सिंह मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस से मारपीट करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए लिखित पत्र लिखा है।

चिकित्सा अधीक्षक डॉ. करमजीत सिंह ने कहा कि गुरु नानक देव अस्पताल की इमरजेंसी में निजी मेडिकल स्टोर के कर्मचारियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है और सरकारी कर्मचारियों को स्पष्ट रूप से कहा गया है कि अगर किसी निजी मेडिकल स्टोर या लैब का कोई भी कर्मचारी आपातकालीन स्थिति में प्रवेश करता है, तो संबंधित उचित कार्रवाई की जाएगी। कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

डॉ. करमजीत सिंह के मुताबिक, सुबह करीब 3 बजे एक निजी मेडिकल स्टोर वाले ने अस्पताल के बाहर इमरजेंसी रूम में जबरदस्ती घुसने की कोशिश की, जब ड्यूटी पर मौजूद कर्मचारी ने उसे रोका तो संबंधित व्यक्ति ने अपने साथ 5-6 अन्य लोगों को लेकर इमरजेंसी के बाहर सरकारी परिसर में कर्मचारी को मारना शुरू कर दिया। इस बीच मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने जब पीटने वाले लोगों को पकड़ने की कोशिश की तो वे मौके से भाग निकले। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति की पहचान कर ली गई है, जबकि बाकी अज्ञात हैं।

डॉ. करमजीत ने कहा कि सरकारी अस्पताल में ऐसी घटनाएं किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस प्रशासन और मजीठा रोड थाने के एसएचओ को पत्र लिखा है। उन्होंने उनसे बातचीत कर मामले में हस्तक्षेप करते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारी को गंभीर चोटें आई हैं और मेडिकल रिपोर्ट भी पुलिस को सौंपी जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी भी निजी मेडिकल स्टोर के कर्मचारी को सरकारी अस्पताल में प्रवेश नहीं करने दिया जायेगा। यदि किसी स्टोर में जबरन घुसकर किसी सरकारी कर्मचारी या डॉक्टर के साथ दुर्व्यवहार किया गया तो सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में पुलिस कमिश्नर से भी बातचीत की जा रही है और मांग की जाएगी कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

चिकित्सा अधीक्षक डॉ. करमजीत सिंह ने कहा कि गुरु नानक देव अस्पताल पंजाब भर में अच्छी स्वास्थ्य सेवाओं के लिए प्रसिद्ध है और अमृतसर के अलावा बाहरी जिलों से भी लोग बड़ी संख्या में सेवाओं का लाभ उठाने के लिए आते हैं। सरकार की ओर से मुफ्त दवाएं और जांचें की जा रही हैं, लेकिन कुछ निजी मेडिकल स्टोर और लैब जानबूझकर माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उधर, अस्पताल में भर्ती सरकारी कर्मचारी का बयान भी पुलिस ने ले लिया है और विभिन्न संगठन कर्मचारी के समर्थन में खड़े हैं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Radhika Salwan

Related News