पंजाब सरकार द्वारा सिख गुरुद्वारा एक्ट में संशोधन किए जाने को लेकर बोली बीबी जागीर कौर

punjabkesari.in Wednesday, Jun 21, 2023 - 11:05 AM (IST)

जालंधर : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के 1925 के एक्ट में संशोधन करने के लिए पंजाब सरकार द्वारा दिखाई जा रही जल्दी को एक बड़ी साजिश बताते हुए शिरोमणि कमेटी की पूर्व प्रधान बीबी जागीर कौर ने कहा कि इस संशोधन के बहाने से सिख समुदाय को कमजोर करने की चाल चली जा रही है।

उन्होंने कहा कि पहले हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी बनाकर इसे तोड़ा गया। अब गुरबाणी के प्रसारण पर एक पक्ष का एकाधिकार खत्म करने के बहाने शिरोमणि कमेटी में सरकारी दखल का रास्ता निकाला जा रहा है। बीबी जागीर कौर ने कहा कि सिख समुदाय इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि पंजाब में जब बादल की सरकार थी तब भी सिख कौम शिरोमणि कमेटी में पंथक सरकार के भी दखल को बर्दाश्त नहीं करती थी। उन्होंने सभी सिख नेताओं से अपील की है कि अपने आपसी मतभेद भुलाकर शिरोमणि कमेटी में सरकारी दखलअंदाजी का तीखा विरोध करना चाहिए।

शिरोमणि कमेटी की पूर्व प्रधान बीबी जागीर कौर ने कहा कि देश की आजादी के बाद शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी एक्ट 1925 में 7 बार संशोधन हो चुका है पर ये सभी संशोधन शिरोमणि कमेटी की इच्छा के अनुसार किए गए हैं। उन्होंने कहा कि देश के बंटवारे के बाद पहली बार गुरुद्वारों का प्रबंध भी बांटा गया था। इस एक्ट में पहला संशोधन 1953 में हुआ था जो एसीजीपीसी के कहने और उसकी इच्छा के अनुसार हुआ था। दूसरा संशोधन 1959 में किया गया था। जब 1966 में पंजाब का विभाजन हुआ तो उसके बाद तीसरा संशोधन 1978 में किया गया। इस एक्ट में और भी संशोधन थे और आखिरी संशोधन 2015 में हुआ था।  

बीबी जागीर कौर ने सिख समुदाय को न्यौता दिया है कि वह शिरोमणि कमेटी में सरकारी दखलअंदाजी का तीखा विरोध करने के लिए एकजुट हों। उन्होंने कहा कि कमेटी के मौजूदा प्रधान हरजिंदर सिंह धामी को श्री अकाल तख्त साहिब को जत्थेदार ने अपना यूट्यूब चैनल शुरू करने के आदेश दिए थे। उन्होंने कहा कि अगर तब श्री अकाल तख्त साहिब के आदेश मानकर अपना चैनल शुरु कर लेते तो पंजाब सरकार को एक्ट में संशोधन करने का बहाना नहीं मिलना था।   

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News Editor

Kalash

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