कांग्रेस को बड़ा झटका, आधा दर्जन कांग्रेसियों ने दिए इस्तीफे

punjabkesari.in Thursday, Nov 25, 2021 - 11:01 AM (IST)

पटियाला(राजेश पंजौला) : पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की ओर से पंजाब लोक कांग्रेस के गठन के बाद शुरू की गई भर्ती मुहिम को उस समय बड़ा प्रोत्साहन मिला जब पटियाला शहर के आधा दर्जन से अधिक सीनियर कांग्रेसी नेताओं ने कैप्टन और महारानी परनीत कौर के समर्थन में अपने पद से इस्तीफे दिए। इस्तीफा देने वालों में पूर्व डिप्टी मेयर और जिला कांग्रेस पटियाला शहरी के वाइस प्रधान इन्द्रजीत सिंह बोपाराय, जिला कांग्रेस के महासचिव लाभ सिंह भटेड़ी, इन्द्रजीत सिंह सोढी, बलविन्द्रपाल शामिल हैं।

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इसके साथ ही पूर्व पार्षद और जिला कांग्रेस के महासचिव बलविन्द्रपाल शर्मा, पंजाब कांग्रेस कमेटी के सचिव गुरमीत सिंह मोहिनी जस्सोवाल और जिला महासचिव पवनजीत शर्मा ने भी अपने पद से इस्तीफे दे दिए हैं। इस्तीफे देने से पहले इन नेताओं ने मीटिंग की। बैठक में अन्य कई कांग्रेसी नेता शामिल हुए। नेताओं ने कहा कि जिस तरीके से कांग्रेस ने पंजाब के हरमन प्यारे नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री के पद से उतारा है और उनकी तरफ से लगाए गए चेयरमैन और अन्य राजनीतिक लोगों को जलील करके पदों से हटाया जा रहा है, उस कारण टकसाली कांग्रेसी बेहद दुखी हैं।

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उन्होंने कहा कि पटियाला शहर के विकास के काम बिल्कुल ठप्प हो गए हैं। जिन कार्यों को कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शुरू करवाया था, जैसे बड़ी नदी और छोटी नदी को साफ करने का काम, उनको पक्का करने का काम सब ठप्प हो चुका है। नगर निगम की एफ. एंड सी.सी. की मीटिंग भी रोक दी गई, जिसमें पटियाला शहर के डेवलपमेंट के काम को पास किया जाना था। इसमें एक तरफ ही जोर लगाया जा रहा है कि मेयर को किस तरीके बदला जाए। नेताओं ने कहा कि सरकार के पास बहुत कम समय है। सरकार को विकास के काम करने चाहिए जबकि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री होते साढ़े 4 साल में पटियाला और पंजाब की डेवलपमेंट करवाई।

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पंजाब के सभी विधायकों को विकास के लिए करोड़ों के फंड दिए गए, जिसमें पंजाब की सड़कें और अन्य विकास करवाए गए परन्तु अब उस साढ़े 4 साल के विकास कार्यों को सरकार सिर्फ 50 दिनों की सरकार की प्राप्ति बता रही है और कैप्टन अमरिंदर सिंह बारे कहा जा रहा है कि साढ़े 4 साल में कुछ भी नहीं किया गया, जबकि किसानों और खेत मजदूरों के कर्जे माफ किए गए, नौकरियां दीं गई, विद्यार्थियों को फ्री सेल फोन दिए गए, विधवा पैंशन बढ़ा कर 1500 रुपए की गई, शगुन स्कीम 51 हजार रुपए की गई और अन्य भी बहुत से काम किए गए। नेताओं ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने साल 2002 से 2007 की सरकार के समय किसानों का सबसे बड़ा मुद्दा पानियों का मसला हल किया और इस समय जो किसान आंदोलन चल रहा है, किसानों के हक में बहुत बड़ा योगदान डाला और काले कानून वापस करवाने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि पार्टी और सरकार की तरफ से मोती महल से संबंधित कांग्रेसी वर्करों को सोची समझी साजिश के अंतर्गत जलील किया जा रहा है और मोती महल को नीचा दिखा कर कांग्रेस हाईकमान को खुश करने की कोशिश की जा रही है जोकि सरासर गलत है।

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Content Writer

Sunita sarangal

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