Ludhiana : भाजपा को नहीं मिला पार्षद दल का नेता, तेज-तर्रार चेहरे की तलाश में पार्टी
punjabkesari.in Wednesday, Feb 12, 2025 - 11:14 PM (IST)
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लुधियाना (हितेश): नगर निगम के चुनाव हुए 50 दिन से ज्यादा का समय बीत चुका है लेकिन भाजपा को अब तक पार्षद दल का नेता नहीं मिला। यहां बताना उचित होगा कि नगर निगम के 95 वार्डों में चुनाव 21 दिसम्बर को हुए थे और उसी दिन नतीजों की घोषणा भी कर दी गई थी जिसके करीब एक महीने बाद 20 जनवरी को पार्षदों को शपथ दिलाने के साथ ही मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर का चुनाव किया गया।
इससे एक दिन पहले कांग्रेस के प्रदेश हाइकमान द्वारा अपने पार्षद दल के नेता की घोषणा कर दी गई थी लेकिन भाजपा को नगर निगम चुनाव से 50 दिन बीतने के बाद भी पार्षद दल का नेता नही मिल रहा है जिसके चलते नए चुने गए पार्षद अपने लैवल पर ही वार्डों से संबंधित मुद्दे उठाने को मजबूर हैं। जहां तक शहर भर या नगर निगम की वर्किंग को लेकर मुद्दे उठाने का सवाल है, उस मामले में भाजपा की गतिविधियां फिलहाल ठप्प ही हैं।
गुटबाजी का माना जा रहा है नतीजा
जहां तक नगर निगम चुनाव के 50 दिन बाद भी भाजपा को मिला पार्षद दल का नेता न मिलने का सवाल है, उसे पार्टी की अंदरूनी गुटबाजी का नतीजा माना जा रहा है, क्योंकि कई सीनियर पार्षद इस पद पर दावेदारी पेश कर रहे हैं और कई नेता पहली बार पार्षद बनने के बावजूद पार्टी में सीनियर होने की वजह से दावा ठोक रहे हैं लेकिन उन नेताओं की आपसी खींचतान के चलते इस संबंध में फैसला नहीं लिया गया, जो अपने नजदीकियों को पद दिलाने के लिए जोर लगा रहे हैं।
महिला और नए चेहरे के नाम पर हो रही है चर्चा
मिली जानकारी के मुताबिक नगर निगम चुनाव के 50 दिन बाद भी भाजपा को पार्षद दल के नेता के नाम पर इसलिए सहमति नहीं बन पाई, क्योंकि पार्टी इस पद के लिए तेज-तर्रार चेहरे की तलाश में है। इसके अलावा आम आदमी पार्टी द्वारा महिला को मेयर बनाने के बाद भाजपा भी यह पद किसी महिला को देने पर विचार कर रही है। यह महिला सीनियर पार्षद के अलावा नए चेहरों में से भी हो सकती है जिसे लेकर मंथन चल रहा है।