कैप्टन ने फिर खेला लंच डिप्लोमेसी का दांव, बैठक में नहीं पहुंचे सुनील जाखड़

punjabkesari.in Tuesday, May 26, 2020 - 11:44 AM (IST)

चंडीगढ़ (अश्वनी): मुख्य सचिव के साथ मंत्रियों की अनबन को सुलझाने के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने सोमवार को एक बार फिर लंच डिप्लोमेसी का दाव खेला। मुख्यमंत्री की घर में हुई लंच डिप्लोमेसी के इस दूसरे हिस्से में वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल और तकनीकी शिक्षा मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी को न्योता दिया गया था। मुख्यमंत्री ने पहले नाराज़ मंत्रियों की पूरी बात सुनी। करीब आधे घंटे बाद कैप्टन ने मुख्य सचिव करन अवतार सिंह को बुलाया। बताया जा रहा है कि मुख्य सचिव और मंत्री आमने -सामने बैठे। बातचीत दौरान मुख्य सचिव ने मंत्रियों को ‘सॉरी ’ कहकर नाराज़गी ख़त्म करने की बात कही। बताया जा रहा है कि मुख्य सचिव के साथ बातचीत के बाद मंत्रियों के तीखे सुर भी बदले हैं। हालांकि मंत्रियों ने कहा है कि इस मसले पर आखिरी फ़ैसला मंत्रीमंडल ही लेगा। ऐसा इस लिए भी है कि मुख्य सचिव के साथ जब झगड़ा हुआ था तो पूरे मंत्रीमंडल ने मुख्य सचिव खिलाफ संकल्प पास किया था। 

बैठक में नहीं पहुंचे सुनील जाखड़
बताया जा रहा है कि इस बैठक में कांग्रेस के राज्य प्रधान सुनील जाखड़ को भी बुलाया गया था परन्तु वह नहीं आए। हालांकि लंच डिप्लोमेसी की पहली बैठक में जाखड़ आए थे परन्तु यह बैठक बहुत सकारात्मक नहीं रही थी। सुनील जाखड़ ने ही लंच के अगले दिन मीडिया के साथ बात करते हुए मुख्य सचिव पर निशाना साध दिया था। जाखड़ ने बेहद तीखे सुरों में कहा था कि मुख्य सचिव, मुख्यमंत्री के भरोसो का नाजायज फ़ायदा उठा रहे हैं। जाखड़ ने यह बात भी कही थी कि पंजाब में अफसरशाही के बुरे व्यवहार का मर्ज़ तीन साल पुराना है।


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Edited By

Tania pathak

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