CBI से केस वापसी तक नहीं बन सकती SIT: फूलका

punjabkesari.in Tuesday, Sep 04, 2018 - 03:24 PM (IST)

लुधियाना: आम आदमी पार्टी (आप) के सीनियर नेता एच.एस. फूलका ने कहा कि विधानसभा में बेअदबी का मामला जोर-शोर से उठाने वाले पांचों मंत्री बहबल कलां गोलीकांड मामले में पूर्व सी.एम. प्रकाश सिंह बादल व पूर्व डी.जी.पी. सुमेध सैनी का नाम 15 सितंबर तक जुड़वाएं नहीं तो इस्तीफा दे दें। उन्होंने लुधियाना में प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ कहा कि मंत्री ऐसा नहीं कर सके तो वे 16 सितंबर को श्री दरबार साहिब में गुरु के चरणों में अपना इस्तीफा जरूर रखेंगे, क्योंकि उन्होंने अरदास करने के बाद यह फैसला लिया है। इसलिए अब किसी कीमत पर पीछे नहीं हटेंगे। हालांकि दोनों पार्टियां उन पर ऐसा न करने के लिए प्रेशर बना रही हैं, लेकिन वह किसी की बात नहीं सुनेंगे, उनका फैसला अटल है। 

फूलका ने कहा कि सदन में कांग्रेसी मंत्री बड़े दावे कर रहे थे पर असल बात यह है कि राहुल गांधी ने केस दर्ज कराने को हरी झंडी नहीं दी है। वह इस मुद्दे पर वोट कैश करने की फिराक में हैं। वे चाहे इस मुद्दे पर वोट कैश कर लें, परंतु आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने तक वह चुप नहीं बैठेंगे। अब कांग्रेसी कह रहे हैं कि 3 से 4 महीने लगेंगे, फिर सदन में फांसी से लेकर बड़े-बड़े दावे क्यों कर रहे थे। फूलका के अनुसार अकाली नेता डा. दलजीत चीमा ने उनके खिलाफ बार काउंसिल में शिकायत कर लाइसेंस कैंसिल करने की बात कही है। यही बात जगदीश टाइटलर ने भी कही थी। वह इस मामले को ठंडा नहीं पडऩे देंगे। अगर 15 सितंबर तक कांग्रेस के पांचों मंत्रियों ने बादल और सैनी के नाम मामले में शामिल करवा दिए तो वह खुद उनके घर धन्यवाद करने के लिए जाएंगे। 

गोली चलाने का आदेश किसी ने तो दिया होगा 
प्रदेश कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़ ने कहा है कि जस्टिस रणजीत सिंह की रिपोर्ट आने के बाद साफ हो गया है कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी व बहबल कलां गोलीकांड के पीछे अकाली सरकार का हाथ था। सोमवार को मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि बहबल कलां में गोली चलाकर दो निर्दोष लोगों को मारने का आदेश किसी न किसी ने तो दिया होगा। पूर्व सीएम परकाश सिंह बादल ये कहकर अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकते कि उन्होंने गोली चलाने का आदेश नहीं दिया था। जाखड़ ने कहा कि हर उस नेता व इन्सान का घेराव होना चाहिए जिसने पंथ की पीठ में छुरा घोंपा हो और लोगों के साथ धोखा किया हो। अगर अकाली मानते हैं कि वे (जाखड़) सबके पीछे हैं तो वे गुरदासपुर में उनका घेराव कर लें। 

सीबीआई से केस वापसी तक नहीं बन सकती एस.आई.टी: फूलका
पंजाब सरकार ने विधानसभा में तो बेअदबी के केसों की जांच सी.बी.आई. से वापस लेकर एस.आई.टी. से कराने की घोषणा तो कर दी है लेकिन जब तक केस सी.बी.आई. से वापस नहीं आते हैं तब तक सरकार एस.आई.टी. का गठन नहीं कर सकती है। सी.एम.ओ. के अफसरों ने इस मसले पर यह कहते हुए कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है कि इस मामले में सी.एम. कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा ही फैसले लिए जाने हैं और उनके निर्देश पर ही सरकार आगे कदम उठाएगी। हाल ही में नई दिल्ली में कैप्टन ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात के दौरान सी.बी.आई. से केस लौटाने के लिए केंद्र सरकार से सहयोग का आग्रह किया है। सियासी हलकों में माना जा रहा है कि केंद्र में अकाली दल समर्थित भाजपा की सरकार है और वह मामले को लटका सकती है। सूबे के एडवोकेट जनरल ने सरकार को दी कानूनी राय में कहा है कि वह सी.बी.आई. से केस वापस ले सकती है क्योंकि सी.बी.आई. ने अभी तक इस केस में प्रारंभिक कार्रवाई भी शुरू नहीं की है और न ही इन मामलों में कोई एफ.आई.आर. दर्ज की गई है। 
 


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