मामला भूषण कुमार द्वारा नाबालिगा से बैड टच का, एक और बड़े अफसर का नाम आया सामने!
punjabkesari.in Saturday, Oct 18, 2025 - 11:10 AM (IST)

जालंधर (शौरी): हाल में ही फिल्लौर थाने में एस.एच.ओ. रह चुके एस.आई. भूषण कुमार पर नाबालिगा युवती से बैड टच तथा उसकी मां को अकेली कमरे में बुलाने के मामले में बेशक थाना फिल्लौर की पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है, लेकिन एस.एस.पी. देहाती हरविंदर सिंह विर्क खुलकर एस.आई भूषण का अंदरखाते मदद कर रहे हैं।
उक्त आरोप कीमती लाल भगत पूर्व चैयरमैन पंजाब गऊ सेवा कमीशन पंजाब सरकार ने प्रैस कांफ्रैंस करके लगाएं हैं। इस दौरान उनके साथ भूषण द्वारा प्रताड़ित मां-बेटी भी थीं। फिल्लौर निवासी पीड़ित महिला ने बताया कि वह दलित परिवार से संबंध रखती है और उसकी 14 साल की बेटी के साथ गांव के ही युवक ने ब्लैकमैल करके बलात्कार किया। वह थाने फिल्लौर बेटी सहित शिकायत करने पहुंची तो वहां तत्कालीन एस.एच.ओ. भूषण कुमार ने उसे सांझ केन्द्र में बुलाया जहां पहले से बैड लगा हुआ था। उसकी आखों के सामने भूषण ने उसकी बेटी के साथ गलत हरकतें व बेटी को गुप्तांग में भी बैड टच (बुरा स्पर्श) तक किया। इस दौरान इतनी गंदी बातें भूषण ने की, उसे यकीन नहीं हो रहा था कि वह थाने आई है।
पीड़ित महिला के मुताबिक भूषण की नजर उसपर भी थी। इसके बाद उसे भी फोन करके बुलाने लगा, जिसके सबूत उसके पास हैं। बाद में बलात्कारी युवक पर केस दर्ज किया तो एफ.आई.आर. में गलत चीजों का जिक्र किया गया ताकि बलात्कारी युवक को इसके फायदे मिल सके। इसके बाद भूषण राजीनामा करने का दबाव डालने लगा।
इसके बाद लोक इंसाफ मंच के सदस्यों ने उसकी मदद की और मामला पंजाब राज्य महिला कमीशन के पास पहुंचा दिया। इसके बाद एस.एस.पी. हरविंदर सिंह विर्क ने दबाव के कारण भूषण को सस्पैंड कर दिया। पूरे मामले में अब तक एस.एस.पी. भूषण कुमार का साथ दे रहे हैं, ऐसे में तो बाकी वर्दीधारियों के हौसले बुलंद होंगे और वह महिलाओं का शोषण करेंगे।
वही महिला के साथ पत्रकारों को जानकारी देने के दौरान रमेश काला प्रधान संत रामानंद मिशन सोसायटी पंजाब, सुभाष गोरिया चैयरमैन एंट्री क्राइम समाज सुरक्षा सैल, विजय मिंटू चैयरमैन सतगुरु कबीर सेना, यशपाल, सुरिंदर भगत, समीर भगत मौजूद थे।
दलित परिवार पर किया अत्याचार एससी/एस.टी. व पॉक्सो एक्ट की धारा भी लगे
वही कीमती भगत ने आरोप लगाया है कि एस.एस.पी. हरविंदर सिंह विर्क तथा डी.एस.पी. फिल्लौर शुरु से ही एक टीम बनाकर एस.आई. भूषण का साथ दे रहे हैं। लोक इंसाफ मंच यदि पीड़ित परिवार का साथ न देते तो भूषण के खिलाफ केस दर्ज ही नहीं होना था। नाबालिगा युवती व उसकी मां दलित परिवार से संबंध रखती है और नियमों के मुताबिक भूषण के खिलाफ एस.सी./एस.टी. तथा पॉक्सो एक्ट की धारा भी जोड़ी जाए। कीमती भगत का कहना है कि एक बार भी एस.एस.पी. ने पीड़ित परिवार के साथ मुलाकात नहीं की।
दलितों महिला तथा उसकी बेटी पर अत्याचार करने वाले भूषण के खिलाफ सिर्फ खानापूर्ति हेतु कमजोर धराएं एफ.आई.आर में लगाई गई है, जबकि एक अन्य महिला के साथ भी अपनी हवस पूरी करने हेतु भूषण ने गलत हरकतें भी की। पीड़ित महिला ने पुलिस अधिकारियों को शिकायत भी दी, लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई जबकि एक अलग एफ.आई.आर. भूषण के खिलाफ और दर्ज होनी चाहिए।
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