पंजाब के नरमा पट्टी के किसानों को केंद्र का आर्थिक झटका

punjabkesari.in Monday, Nov 30, 2020 - 09:52 AM (IST)

लुधियाना (सलूजा): जहां पंजाब का किसान केन्द्र सरकार द्वारा लागू किए गए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में मोदी सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ रहा है, वहीं केन्द्र सरकार ने पंजाब के नरमा उत्पादक किसानों को आर्थिक झटका दिया है। केन्द्र सरकार की केन्द्रीय नरमा-कपास खरीद एजैंसी सी.सी.आई. (कॉटन कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया) ने चुपके से पंजाब में नरमे के समर्थन मूल्य में 60 रुपए प्रति क्विंटल क्वालिटी कट लगाया है जिससे पंजाब के नरमा उत्पादक जिले बठिंडा, श्री मुक्तसर साहिब, मानसा, फरीदकोट व फाजिलका के किसानों को करोड़ों रुपए का घाटा पड़ेगा।

किसानों के दिल्ली कूच वाले दिन से लगा ‘रंजिश कट’: सरूप सिंह सिद्धू
भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल के महासचिव सरूप सिंह सिद्धू ने बताया कि जिस दिन पंजाब के किसानों ने दिल्ली की तरफ कूच करना था, उसी दिन केन्द्र सरकार ने नरमे की खरीद पर क्वालिटी कट लगाकर कीमत में 60 रुपए कटौती करने के आदेश जारी कर दिए। 24 नवम्बर तक घोषित समर्थन मूल्य 5725 रुपए पर खरीद की गई, जबकि 25 नवम्बर से यह 5665 रुपए प्रति क्विंटल पर की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस संबंधी सी.सी.आई. के अधिकारियों से बात की तो उनका कहना था कि ऊपर से आदेश हुआ है कि नरमे की क्वालिटी सही नहीं है जिस कारण 60 रुपए प्रति क्विंटल क्वालिटी कट लगाकर खरीद की जाए। किसान नेता सिद्धू ने कहा कि मोदी सरकार ने यह क्वालिटी कट नहीं बल्कि ‘रंजिश कट’ लगाया है, जबकि पंजाब के किसानों का नरमा सूखा, साफ व बढ़िया क्वालिटी का आ रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि केन्द्र सरकार ने लगाया कट वापस न लिया तो किसान संघर्ष करने के लिए मजबूर होंगे।


 


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Mohit

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