सतलुज से जालंधर आने वाले पानी के Route में हो सकता है बदलाव

punjabkesari.in Monday, Jan 25, 2021 - 01:09 PM (IST)

जालंधर(खुराना): अंडर ग्राऊंड वाटर पर दबाव कम करने के लिए पंजाब में नहरी पानी को साफ करके तथा पीने योग्य बनाकर शहरों में सप्लाई करने वाले सरफेस वाटर प्रोजेक्ट पर जालंधर में काम शुरू हो चुका है और 800 करोड़ रुपए से ज्यादा का यह प्रोजैक्ट एल. एंड टी. कंपनी को अलाट भी किया जा चुका है।

गौरतलब है कि इस प्रोजैक्ट की फंडिंग अब एशियन डिवैल्पमैंट बैंक की बजाय स्मार्ट सिटी और अमरूत योजना के माध्यम से हो रही है। प्रोजैक्ट के अब तक के प्लान के मुताबिक आदमपुर के निकटवर्ती गांव जगरांवा में नहरी पानी को इक्ट्ठा करके और साफ करके उसे बिस्त दोआब नहर, जो गदईपुर क्षेत्र से होकर जालंधर में प्रवेश करती है, के रास्ते से शहर लाया जाना था परंतु अब कंपनी अधिकारियों ने नया सर्वे शुरू कर दिया है, जिसके चलते अब इस प्रोजैक्ट का रूट बदल भी सकता है। पाइप लाइनों के नए रूट को धोगड़ी से जालंधर में एंट्री दी जा सकती है जो मेन नैशनल हाईवे पर आएगा।

सदा के लिए एनर्जी सेविंग होगी
इस सर्वे से जुड़े अधिकारियों का मानना है कि गदईपुर के मुकाबले धोगड़ी रोड वाला रूट करीब डेढ़ किलोमीटर छोटा पड़ता है, जिससे इस प्रोजैक्ट में सदा के लिए एनर्जी सेविंग होगी। छोटे रूट कारण जहां पाइपलाइनों की लागत कम आएगी, वहीं पंप इत्यादि पर बोझ भी कम पड़ेगा। हाईवे की कटिंग भी नए रूट में कम होगी।

12 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री निगम के नाम हुई
इस प्रोजैक्ट के पहले चरण में निगम ने जगरांवा गांव में 50 एकड़ के करीब लैंड अधिग्रहित करने हेतु फाइनल की थी जिसमें से 12 एकड़ भूमि की रजिस्ट्री नगर निगम के नाम हो गई है और बाकी भूमि भी जल्द निगम के खाते आ जाएगी । इस हेतु पंजाब सरकार ने हाल ही में स्टेट शेयर के रुप में 14.21 करोड़ रुपए की राशि जारी की है, जो भूमि मालिकों को सौंप दी गई है।


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