कांग्रेस में टिकट बांटने को लेकर शुरू हुई खींचतान, हो सकता है पार्टी को नुकसान

punjabkesari.in Tuesday, Dec 21, 2021 - 02:08 PM (IST)

लुधियाना (हितेश): कांग्रेस द्वारा आगामी विधानसभा चुनाव में टिकटें बांटने के लिए आवेदन लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है लेकिन अब तक एक परिवार में दो टिकटें देने को लेकर फार्मूला फाइनल नहीं किया गया है। यहां बताना उचित होगा कि 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एक परिवार में दो टिकटें न देने का फार्मूला लागू किया गया था। इसे पंजाब के कई बड़े कांग्रेसी नेताओं के साथ उनके पारिवारिक सदस्यों को चुनाव लड़ने से रोकने की कवायद के रूप में देखा गया था। अब कांग्रेस द्वारा 2022 के विधानसभा चुनाव में टिकटें बांटने के लिए आवेदन लेने की प्रक्रिया शुरू की गई है तो कई नेताओं के परिवार में से एक से अधिक सदस्यों द्वारा टिकट के लिए दावेदारी पेश की जा रही है लेकिन कांग्रेस द्वारा उम्मीदवारों के चयन के लिए पिछले दिनों की गई इलेक्शन व स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में एक परिवार में दो टिकटें देने को लेकर कोई फार्मूला फाइनल नहीं हुआ है। बताया जा रहा है कि इस मुद्दे पर फैसला लेने के लिए सभी की सलाह के साथ रिपोर्ट बनाकर हाईकमान को भेजी जाएगी।

यह है दावेदार
- मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी व उनके भाई
- राज्यसभा सदस्य प्रताप बाजवा व उनके भाई
- मंडी बोर्ड के चेयरमैन लाल सिंह व उनके बेटे
- कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह व उनके बेटे
- पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कोर भटठल व उनके दामाद 

पार्टी को नुकसान पहुंचा सकती है खींचतान
एक परिवार में दो टिकटें देने को लेकर शुरू हुई खींचतान चुनावों के दौरान कांग्रेस को नुकसान पहुंचा सकती है क्योंकि मुख्यमंत्री के भाई ने सरकारी डॉक्टर के पद से इस्तीफा देने के बाद बस्सी पठाना सीट पर वर्किंग शुरू कर दी गई है जिसका मौजूदा विधायक द्वारा विरोध किया जा रहा है जबकि सुल्तानपुर लोधी सीट पर राणा गुरजीत के बेटे की दावेदारी का मुद्दा पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू व नवतेज चीमा के साथ खुलेआम लड़ाई की वजह बन चुका है। इसी तरह लाल सिंह द्वारा अपने बेटे को समाना से चुनाव लड़ाने के लिए सीट बदलने के बाद अब पुरानी सीट सनोर में वापिस लौटने को लेकर पिछली बार वहां से चुनाव लड़ने वाले हैरी मान खुलकर भड़ास निकाल रहे हैं। उधर, कादिया सीट पर प्रताप बाजवा की दावेदारी पर उनके भाई ने उन्हें बिक्रम मजीठिया के सामने चुनाव लड़ने की चुनौती दी है।

सांसदों को मिली हुई है छूट
एक परिवार में दो टिकटें देने को लेकर पंजाब में कांग्रेस के सांसदों को छूट मिली हुई है क्योंकि पिछली बार एम.पी. रवनीत बिट्टू के भाई गुरकीरत कोटली ने खन्ना से चुनाव लड़ा था और एक बार फिर वह वही से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। पिछली बार फिल्लोर सीट से चुनाव लड़ने वाले विक्रम चौधरी के पिता संतोख चौधरी अब एम.पी. बन चुके हैं और वह दोबारा अपने बेटे के लिए टिकट मांग रहे हैं यही बस नहीं एम.पी. डॉ अमर सिंह ने पिछली बार जिस रायकोट सीट से चुनाव लड़ा था अब वह वहां से अपने बेटे की दावेदारी पेश कर रहे हैं जिसके लिए आम आदमी पार्टी से आए विधायक जगतार जग्गा को जगरांव शिफ्ट कर दिया गया है।

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News Editor

Kalash

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