सिख कैदियों की रिहाई के लिए दमदमी टकसाल द्वारा राष्ट्रपति से अपील

punjabkesari.in Thursday, Sep 19, 2019 - 05:20 PM (IST)

अमृतसरः दमदमी टकसाल के प्रमुख और संत समाज के प्रधान संत ज्ञानी हरनाम सिंह खालसा ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मांग की है कि श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर अपनी सजाएं पूरी कर चुके 22 सिख कैदियों को रिहा किया जाए। 

दमदमी टकसाल प्रमुख ने श्री कोविन्द को आज लिखे पत्र में कहा है कि सिख कौम ने भारत की आज़ादी के लिए बड़े बलिदान दिए हैं और गुरु साहिबान द्वारा दिखाये सरबत का भला के रास्ते पर चल कर मानवता की सेवा को समर्पित है। उन्होंने कहा कि 550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर देश की अलग-अलग जेलों में बंद 22 सिख कैदी जो अपनी सजाएं पूरी कर चुके हैं, को तुरंत रिहा करने के आदेश दिए जाएं। ज्ञानी खालसा ने अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि सज़ाएं पुरी कर चुके सिख कैदियों को ग़ैर संवैधानिक तौर पर जेलों में रख कर देश की सरकार सिखों के साथ अन्याय कर रही है। उन्होंने मांग पत्र की प्रतियां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और जिला उपायुक्त अमृतसर को भी भेजी हैं। 

कैदियों की भेजी गई सूची में लाल सिंह निवासी अकालगड़, दविन्दरपाल सिंह भुलर, गुरदीप सिंह खहरा, दया सिंह लाहौरिया, लखविन्दर सिंह लखा निवासी कनसाल, गुरमीत सिंह मिता, शमशेर सिंह उकासी जाटों, परमजीत सिंह भ्योरा, सुबेग सिंह सरून, नन्द सिंह सरून, बलवंत सिंह राजोआना, जगतार सिंह हवारा, हरनेक सिंह भप्प, जगतार सिंह तारा, सुरिन्दर सिंह छिन्दा, सतनाम सिंह अरकपुर खालसा, दयाल सिंह रसूलपुर, सुचा सिंह रसूलपुर, बलबीर सिंह बीरा, अरविन्दर सिंह घोगा, सुरजीत सिंह लक्की और रणजीत सिंह हरियाणा शामिल हैं। 


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