बेटी की चाहत ने बनाया अपराधी, मासूम बच्ची को किया Kidnap, पुलिस ने ऐसे खोला भेद

punjabkesari.in Monday, Oct 26, 2020 - 10:49 AM (IST)

लुधियाना: विशाल नगर से अगवा हुई 2 साल बच्ची को कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने रविवार को न्यू कैलाश नगर से सकुशल बरामद करके अपहरणकर्त्ता को गिरफ़्तार कर लिया है। आरोपी तक पहुंचने के लिए पुलिस ने दिन-रात मेहनत करके करीब 300 सी.सी.टी.वी. कैमरों की फुटेज चैक की और बच्ची के घर से लगभग 10 मिलोमीटर दूर रिहायशी इलाके में आरोपी से सकुशल बरामद कर लिया, जहां वह आरोपी की पत्नी पूजा और उसके 3 साल के बेटे सूरज के साथ थी।

बता दें कि शनिवार दोपहर को करीब डेढ़ बजे सिद्धी का उसके घर के बाहर से अपहरण हो गया था, जब वह इलाके के अन्य बच्चों के साथ एक खाली प्लाट में खेल रही थी। मामले की गंभीरता को देखते  हुए एडीशनल डिप्टी कमिश्नर दीपक पारिक खुद मैदान में उतरे और जांच की कमान अपने हाथ में ली। बच्ची को खोजने के लिए रात भर सर्च अभियान चलाया गया। सी.सी.टी.वी. कैमरों की फुटेज के आधार पर साइकिल सवार अपहरणकर्त्ता का पीछा करते हुए पुलिस सुबह न्यू कैलाश नगर इलाके में पहुंची। जहां साइकिलों की मुरम्मत करने वाले तरसेम चंद शर्मा के मकान में सिद्धी सही सलामत मिली। इसके बाद पुलिस ने राहत की सांस ली। अपहरणकर्त्ता इस मकान में अपने परिवार सहित किराए पर रहता है। उधर इस कामयाबी पर ज्वाइंट पुलिस कमिशनर भागीरथी सिंह मीना ने प्रैस कान्फ़्रेंस में दीपक पारिक, असिस्टेंट पुलिस कमिशनर गुरबिन्दर सिंह, थाना जोधेवाल प्रभारी अर्शप्रीत कौर की पीठ थपथपाते हुए बताया कि पकड़े गए आरोपी की पहचान 26 वर्षीय राघविंद्र सिंह के रूप में हुई है, जोकि मूल रूप में ज़िला कानपुर के गांव उन्नाव का रहने वाला है और यहां एक फैक्ट्री में प्रैस का काम करता है। जिसका आधार कार्ड भी यहीं का बना हुआ है।


यह कहानी आई सामने
मीना ने बताया कि पूछताछ दौरान जो कहानी सामने आई है, वह इस तरह है। राघविंद्र के कोई बेटी नहीं थी। बेटी की लालसा ने उसे अपराधी बना दिया। 8 साल पहले उसका आरती नामक महिला के साथ विवाह हुआ था। उसके एक बेटी हुई लेकिन डेढ़ साल बाद वह मर गई। वह उसे बहुत प्यार करता था। इस दौरान आरती भी उसे छोड़ कर चली गई। इसके बाद पूजा के साथ विवाह करवाया, जिसने एक बेटे को जन्म दिया। लॉकडाऊन दौरान वह फिर गर्भवती हुई लेकिन उसका गर्भपात हो गया। राघविंद्र ने अपने भाई अखिलेश से उसकी बेटी सोनम को गोद लेने के लिए कहा लेकिन उसने इन्कार कर दिया। बेटी पाने की चाहत उस पर इस कद्र सवार हुई कि उसने सिद्धी  को अपहरण कर लिया। 

अपहृत बच्ची को बताया भतीजी 
मकान मालिक तरसेम ने बताया कि राघविंद्र शनिवार दोपहर लगभग 3 बजे बच्ची को साइकिल पर अपने साथ लेकर आया था, जब पूछा गया कि बच्ची कौन है तो उसने बताया कि यह उसकी भतीजी है। इस दौरान बच्ची न तो रोई न कुछ बताया। सुबह जब बच्ची को ढूंढती पुलिस घर पहुंची तो वह घबरा गया। उसने बताया कि राघविंद्र ने 10 दिन पहले ही उससे कमरा किराए पर लिया था। कमरा देते समय उसने पूरे परिवार की मोबाइल पर फोटो खिंची और उसका आधार कार्ड की फोटोकापी भी ली।
 


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