Oxygen और बैड की किल्लत से पंजाब की ओर कर रहे हैं रुख, कई अस्पतालों में चल रहा है इलाज

punjabkesari.in Saturday, May 01, 2021 - 02:51 PM (IST)

जालंधर: अस्पतालों बैड्स और मेडिकल ऑक्सीजन की किल्लत के कारण दिल्ली के मरीज अब पंजाब के अस्पतालों की ओर रुख करने करने लगे हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पिछले पंद्रह दिनों में दिल्ली के 500 से ज्यादा मरीज पंजाब के अस्पतालों में भर्ती किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों को कहना है कि दिल्ली के अस्पतालों में मरीजों की लग रही लंबी कतारो के कारण वहां के मरीज पंजाब के डॉक्टरों के संपर्क में रहते हैं। दिल्ली से आए अधिकांश रोगियों का जालंधर, पटियाला, लुधियाना और मोहाली के अस्पतालों में इलाज चल रहा है। देश में कोरोना की आई दूसरी लहर के बाद मामलों में भारी उछाल से मरीजों की भीड़ पंजाब में भी बढ़ने लगी है।राज्य सरकार के सूत्रों  के मुताबिक राज्य में लगभग लेवल-2 (मध्यम बीमार रोगियों के लिए) के 8,500 बैड हैं, जिनमें से 70 फीसदी मरीजों से भरे पड़े हैं। लेवल-3  या आई.सी.यू. बैड्स की संख्या 2200 के करीब है जिनमें 40 फीसदी बैड्स पर मरीजों का कब्जा है, जबकि 60 फीसदी बैड खाली पड़े हुए हैं।

दिल्ली से जालंधर के अस्पतालों में आते हैं रोजाना फोन
जालंधर स्थित ग्लोबल अस्पताल के एक डॉक्टर नवजोत दहिया ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि उन्हें पंजाब के बाहर मुख्य रूप से दिल्ली से रोजाना कोविड -19 मरीजों के 10-15 कॉल आते हैं। दिल्ली के कई मरीजों को हमारे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से कुछ की हालत गंभीर थी और कुछ मरीजों को तत्काल ऑक्सीजन की जरूरत थी। अभी भी अस्पताल में दो मरीज भर्ती हैं। दिल्ली से पंजाब आने वाले मरीज या तो मूल रूप से यहां के निवासी हैं या फिर कुछ मरीजों के यहां रिश्तेदार और दोस्त हैं। डॉ. दहिया का कहना है कि जब भी दिल्ली या बाहर से कोई मरीज अस्पताल में आता है तो मैडिक्स की नैतिकता के नियमों के मुताबिक हम उनके इलाज के लिए मनाही नहीं कर सकते।  जालंधर के टैगोर हॉस्पिटल एंड हार्ट केयर सेंटर के एक डॉक्टर विजय महाजन ने मीडिया को बताया कि उनके यहां वर्तमान में दिल्ली से लगभग 12 मरीज भर्ती हैं। उन्होंने कहा हमें मिलने वाले फोन कॉल से यह स्पष्ट होता है कि दिल्ली में स्थिति बहुत खराब है। डॉक्टर शुभांग अग्रवाल के मुताबिक जालंधर के एन.एच.एस. अस्पताल में दिल्ली के 12 मरीजों को पिछले दो तीन दिनों में भर्ती कराया गया था।

पटियाला के राजेंद्र अस्पताल में भी भर्ती हैं 15 मरीज
पटियाला में राजेंद्र अस्पताल में भी दिल्ली से आने वाले रोगियों का निरंतर प्रवाह देखा गया है। सिविल सर्जन सतिंदर सिंह का कहना है अस्पताल मे दिल्ली के 14 और मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश से एक मरीज दाखिल है। दो मरीजों ने वायरस के कारण दम तोड़ दिया। वह कहते हैं कि  वह अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन ज्यादातर मरीज गंभीर अवस्था में पहुंचते हैं, उस हालात में बचाना आसान नहीं होता है। पंजाब में भी अब ऐसे हालात है बैड की प्रतीक्षा में बाहर से आने वाले कई मरीज कई मरीज जालंधर के अस्पतालों के पास फ्लैट किराए पर लेकर रह रहे हैं। दिल्ली से मरीजों की भीड़ को देखते हुए  पंजाब में नोडल अधिकारी सुविधाओं को अपग्रेड करने की योजना बना रहे हैं। लुधियाना के सिविल अस्पताल में सिविल सर्जन सुखजीवन कक्कड़ कहते हैं वर्तमान में, लुधियाना जिले में 1,100 बैड हैं। इनमें स  300 बैड खाली हैं। जल्द ही विशेष रूप से कोविड रोगियों के लिए 400 बैड और उपलब्ध करवा देंगे।  


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Vatika

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