स्वयंभू लेट्स के बने CEO व अन्य पदाधिकारियों को झटका
punjabkesari.in Friday, Nov 24, 2017 - 12:26 PM (IST)

लुधियाना(धीमान): लुधियाना एफुलैंट ट्रीटमैंट सोसायटी (लेट्स) के चुनाव में इंडस्ट्री डिपार्टमैंट के डायरैक्टर इंडस्ट्री ने भी मान लिया कि स्थानीय अधिकारियों ने मिलीभगत कर अपने चहेतों को सी.ई.ओ. और अन्य पदों के लिए स्वयं चुन लिया। लेकिन आज डायरैक्टर इंडस्ट्री डी.पी.एस. खरबंदा ने अफसरों के साथ मिलकर स्वयंभू नेता घोषित करने वालों की हवा निकाल दी।
‘पंजाब केसरी’ में छपी खबरों के बाद हरकत में आए डायरैक्टर इंडस्ट्री ने जब सारे मामले की छानबीन की तो पता चला कि चुनाव प्रक्रिया में घालमेल हुआ है। साजिश के तहत अफसर और स्वयंभू लेट्स के चुने जाने वाले नेताओं ने सारे नियमों की खुलकर धज्जियां उड़ाई हैं। इसीलिए उन्होंने आज नोटिस जारी कर जी.एम. इंडस्ट्री अमरजीत सिंह से कहा है कि चुनाव रद्द किए जाएं और इन्हें कानून के मुताबिक करवाने के लिए नई तारीख तय की जाए। ध्यान रहे कि इंडस्ट्री डिपार्टमैंट के जी.एम. अमरजीत सिंह व उनके सहयोगी एस.एस. रेखी पर आरोप लगे थे कि इन्होंने पैसे लेकर अपने चहेते कारोबारियों को चुपचाप नामांकन भरने के फार्म दे दिए। इसके बारे में किसी को कानों-कान खबर तक नहीं होने दी। जब विरोध हुआ तो एस.एस. रेखी ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया के मुताबिक करवाए जा रहे हैं। जबकि नियम यह है कि चुनाव से पहले ए.जी.एम. करवानी होती है और उसके बाद चुनाव के शैड्यूल का पब्लिक नोटिस अखबारों में देना होता है।
अधिकारियों ने ऐसा कुछ भी नहीं किया। चुपचाप अपने चहेतों को सी.ई.ओ.ए. सैक्रेटरी और डायरैक्टर के पद पर बिठा दिया। मजेदार बात यह है कि स्वयंभू चुने हुए नेताओं ने जीत की खुशी में पार्टी भी कर डाली। देखने वाली बात यह है कि चुनाव लडऩे के लिए सामने कोई आया ही नहीं था तो यह जीत कैसी। चुनाव रद्द होने की खबर के बाद इंडस्ट्री में खुशी की लहर है। सबका एक ही सवाल था कि यह सब नेता चोरी-छुपे क्यों लेट्स को संभालना चाहते हैं। उधर, जालंधर में लेट्स के 250 सदस्य हैं। इन्होंने भी विरोध जताया था। वजह इनको भी कानों-कान अधिकारियों ने खबर नहीं लगने दी थी। जालंधर से गुरशरण सिंह का कहना है कि वह इस बार चुनाव में शामिल होंगे।
जो भी दोषी होंगे उन अफसरों पर विभागीय कार्रवाई होगी : खरबंदा
डायरैक्टर इंडस्ट्री डी.पी.एस. खरबंदा से जब बात की गई तो उन्होंने माना की गलत मंशा के साथ चुनाव हुए हैं इसलिए उन्होंने इसे तुरंत रद्द कर दिया। ऐसा क्यों हुआ और इसमें कौन से अधिकारी शामिल हैं, उनकी जांच करवाई जाएगी। जो भी दोषी होगा उस पर विभागीय कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि मैंने हाल ही में डायरैक्टर इंडस्ट्री का चार्ज संभाला है। मुझे नहीं मालूम था कि लेट्स के चुनाव की क्या प्रक्रिया होती है। ‘पंजाब केसरी’ की खबरें पढऩे के बाद पता चला कि चुनाव को किस प्रक्रिया से साथ सम्पन्न करना होता है। अब पूरे नियमों के साथ चुनाव करवाए जाएंगे। उन्होंने यह भी माना कि निचले अधिकारियों ने उन्हें अंधेरे में रखकर चुनाव शैड्यूल तैयार करवाया।