पंजाब में कृषि कानूनों के विरोध के पीछे किसान नहीं, कांग्रेस है: अश्विनी शर्मा

punjabkesari.in Sunday, Oct 18, 2020 - 09:46 AM (IST)

लुधियाना(गुप्ता): पंजाब भाजपा के अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने कहा कि कृषि कानूनों के विरोध में किसान नहीं, असल में कांग्रेस है। उन्होंने कांग्रेसी सांसद रवनीत सिंह बिट्टू के वक्तव्यों को अराजकतावादी बताते हुए जहां उनके बारे में कांग्रेस पार्टी से अपना स्टैंड स्पष्ट किए जाने की मांग की है, वहीं बिट्टू को चुनौती दी कि वह आज उनके शहर में आए हुए हैं, बताएं कि कहां आएं।

अगर उनके व भाजपा कार्यकर्ताओं के खून से पंजाब में शांति हो सकती है तो वे उसके लिए तैयार हैं। आज यहां एडवोकेट बिक्रम सिद्धू को भाजपा में शामिल करने के लिए आयोजित समारोह को सम्बोधित करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए अश्विनी शर्मा ने यह बात कही। शर्मा ने कहा कि पंजाब में किसानों के आंदोलन की आड़ में कानून व्यवस्था के हालात बिगाड़े जा रहे हैं। तरनतारन, लुधियाना व जालंधर शहर में वारदातें हो रही हैं। शौर्य चक्र विजेता कामरेड बलविन्द्र सिंह की हुई हत्या व लुधियाना में हुई डकैती मारने की नाकाम कोशिश इस बात का प्रमाण है। 

किसान आंदोलन की आड़ में जब भाजपा नेताओं पर यूथ कांग्रेस के वर्कर हमला करते हैं तो पुलिस उन पर कोई कार्रवाई नहीं करती। जब राजा वड़िंग को किसानों ने घेरा तो किसानों पर मुकद्दमा दर्ज कर लिया गया। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने गुटका साहिब की झूठी कसम खाकर पंजाब को नशा मुक्त बनाने के नाम पर सरकार बनाई परंतु आज पंजाब में नशीली शराब से मौतें हो रही हैं। महामारी में कांग्रेसी पंजाब में अनाज घोटाला करते हैं, दलितों के वजीफे में घपला करने वाले मंत्री को मुख्यमंत्री क्लीन चिट देते हैं।

अश्विनी शर्मा ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ पर राजनीतिक हमला करते हुए कहा कि जाखड़ बहस से पहले बताएं कि कांग्रेस का-2019 का चुनावी घोषणा पत्र क्या झूठ का पुलिंदा था? एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि किसानों को विरोध करने का अधिकार है लेकिन हमें भी अपनी बात रखने का हक है।


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Sunita sarangal

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