Jalandhar: फर्जी एजेंट बने पिता-बेटी ने बिना वीजा के ही युवक को भेजा विदेश, फिर जो हुआ...
punjabkesari.in Monday, Aug 26, 2024 - 10:19 AM (IST)
जालंधर: मोहल्ला कोट किशन चंद में रहने वाले फर्जी एजेंट बाप-बेटी की वजह से एक युवक को तीन महीने तक मलेशिया की जेल में रहना पड़ा। आरोपियों ने युवक को बिना वीजा के थाईलैंड से मलेशिया भेज दिया था, जहां वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया। बरी होने के बाद युवक, जो पीड़िता का रिश्तेदार लगता है, उसे लेकर भारत लौटा। पुलिस स्टेशन नं. 8 में फर्जी एजेंट शिव कुमार निवासी मोहल्ला कोट किशन चंद और उसकी बेटी ज्योति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस को दी शिकायत हरभजन सिंह संधू पुत्र अमर चंद निवासी न्यू संतोखपुरा ने कहा कि उसने अपने बेटे विकास को वर्क परमिट पर मलेशिया भेजने के लिए एजेंट शिव कुमार से बात की थी। शिव कुमार ने मलेशिया वर्क परमिट पर भेजने के लिए उससे एक लाख 20 हजार रुपये की मांग की। अप्रैल 2023 को उसने एजेंटों को एक लाख रुपये, पासपोर्ट और अन्य दस्तावेज दिए।
22 अप्रैल 2023 को वे विकास को थाईलैंड ले गए। थाईलैंड ले जाकर उन्होंने विकास को एक कमरे में बंद कर दिया और उसकी पिटाई शुरू कर दी। जब विकास के परिजनों ने उसे मलेशिया भेजने के लिए कहा तो उन्होंने 74 हजार रुपये और मांगे। उसके परिवार वालों की विकास से बातचीत होनी बंद हो गई।
हरभजन संधू ने बताया कि उन्होंने अपने बताए गए बैंक खाते में 74 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद वे विकास को मलेशिया ले गए, जहां वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया। तब उन्हें पता चला कि विकास को आरोपियों ने बिना वीजा के मलेशिया भेज दिया है। 16 दिसंबर 2023 को हरभजन सिंह ने अपने भतीजे विक्रमजीत सिंह को मलेशिया भेजा, जहां उन्हें पता चला कि 18 जनवरी 2024 को विकास को बरी कर दिया गया है। इतने समय तक विक्रमजीत सिंह भी वहां रहा और जब वह बरी हो गया तो विक्रमजीत सिंह और विकास भारत लौट आये।