बारूद के ढेर पर पंजाब का यह शहर, किसी भी वक्त हो सकता है बड़ा हादसा

punjabkesari.in Wednesday, Oct 05, 2022 - 05:41 PM (IST)

मोगा: एक तरफ जहां त्यौहारी मौसम में मिठाइयों का स्टॉक बड़े स्तर पर किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ एक और सच सामने आया है। इसमें यह पता लगा है कि मोगा जिले के पटाखा कारोबारियों ने बड़े स्तर पर पटाखों का स्टॉक भी कर लिया है। हैरानी की बात तो यह है कि करोड़ों रुपए के पटाखों का स्टॉक शहर के कुछ उन स्थानों पर भी करने के चर्चे हैं, जहां पटाखे रखने की मनाही है, क्योंकि भीड़भाड़ वाले स्थानों पर पटाखों का स्टॉक नहीं किया जा सकता। इस तरह की स्थिति के कारण मोगा शहर के कुछ निवासी एक तरह से बारूद के ढेर पर बैठे हैं। यदि प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा गंभीरता से छापेमारी की जाए तो समूची असलियत सामने आ सकती है।

पंजाब केसरी द्वारा एकत्रित की गई विशेष रिपोर्ट में यह तथ्य उभरकर सामने आया है कि पटाखों के बड़े कारोबारियों ने अमृतसर, दिल्ली तथा अन्य स्थानों से सितंबर महीने के आखिरी सप्ताह ही करोड़ों रुपए के पटाखे मंगवा लिए थे। चाहे प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा लॉटरी विधि से दुकानों की अलॉटमेंट पारदर्शी ढंग से की जाती है, परन्तु इस कारोबार से जुड़े लोगों के आपसी तालमेल हैं तथा वह आगे पटाखों की सेल कर देते हैं। सूत्र बताते हैं कि पिछले वर्ष भी पटाखों का ज्यादा प्रयोग हुआ था, परन्तु लगातार दो वर्ष कोरोना काल चलने के कारण इस बार कारोबारियों को यह बड़ी उम्मीद है कि पटाखों का कारोबार दुकानदारों के वारे-न्यारे कर देगा। इसी के चलते ही कारोबारियों ने पटाखों का स्टॉक किया है।

नियम कहते हैं कि किसी भी तरह भीड़भाड़ वाले इलाके में पटाखों का स्टॉक नहीं किया जा सकता तथा किसी भी तरह की असुखद घटना होने से रोकने के लिए आग बुझाओ यंत्र लाजमी रखने के साथ-साथ कई और भी सख्त नियम हैं। परन्तु सूत्र बताते हैं कि मोगा में इन नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ रही हैं। अब देखना यह है कि इस मामले को जिला प्रशासन कितनी गंभीरता से लेता है।

मोगा शहर में 30 दुकानदारों को पारदर्शी ढंग से लाइसैंस अलॉट

जिला प्रशासन द्वारा लॉटरी विधि से पूरे पारदर्शी ढंग से दुकानदारों को पटाखे बेचने के लिए लाइसेंसों की अलॉटमैंट की गई है। मिली जानकारी के अनुसार 150 से ज्यादा दुकानदारों ने मोगा शहर में पटाखे बेचने की मंजूरी लेने के लिए अप्लाई किया था। इनमें से 30 दुकानदारों को लाइसेंस दिए गए हैं। धर्मकोट में सिर्फ 1 दुकानदार ने ही लाइसेंस की मांग की थी, जिसे अलॉटमैंट हुई है, जबकि कोटईसे खां में 3 दुकानदारों को पटाखे बेचने की मंजूरी मिली है।

10 वर्ष पहले मोगा में हुआ था दुखदायी कांड

10 वर्ष पहले घर में पटाखे बना रहे एक परिवार के 3 सदस्य ब्लास्ट में मौत के मुंह में चले गए थे। इसके अलावा समय-समय पर पटाखों के स्टॉक भीड़भाड़ वाले स्थानों से पकड़े जाते हैं। परन्तु यह मामले मीडिया में उजागर होने के बाद ही प्रशासन की आंख खुलती है। पिछले वर्ष 2021 में फोकल प्वाइंट चौकी के क्षेत्र में भी पटाखों का स्टॉक पकड़ा गया था।

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Content Writer

Sunita sarangal

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