पंजाब के इस शहर में बड़ी हलचल, 355 पुलिस कर्मियों का तबादला, जानें क्यों...
punjabkesari.in Monday, Apr 28, 2025 - 05:17 PM (IST)

बठिंडा (विजय): जिले में नशे के खिलाफ निर्णायक जंग और कानून व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से बठिंडा पुलिस महकमे में एक बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अमनीत कौंडल के नेतृत्व में 355 से अधिक पुलिस कर्मचारियों के स्थानांतरण के आदेश जारी किए गए हैं। इस कदम का प्रमुख उद्देश्य थानों में पुलिस बल को मजबूती प्रदान करना और जिले भर में अपराध व नशा तस्करी पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करना है। लक्ष्य 31 मई तक स्थिति में ठोस सुधार करना निर्धारित किया गया है।
सबसे बड़ा बदलाव थाना सिविल लाइन में
फेरबदल के तहत थाना सिविल लाइन को सबसे अधिक बल प्रदान किया गया है, जहां 31 नए पुलिस मुलाजिमों की नियुक्ति की गई है। इनमें 17 एएसआई (असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर) और 16 सीनियर कांस्टेबल शामिल हैं। विशेष बात यह है कि इन कर्मियों में से अधिकतर को पीसीआर (पुलिस कंट्रोल रूम) से स्थानांतरित किया गया है, जिससे उनकी फील्ड अनुभव का लाभ थाना स्तर पर मिल सकेगा।
कोतवाली थाना और अन्य इलाकों में भी व्यापक बदलाव
थाना कोतवाली को भी मजबूती दी गई है, जहां 36 पुलिस मुलाजिमों की तैनाती की गई है। इसमें बस स्टैंड पुलिस चौकी के इंचार्ज समेत पूरी टीम को शामिल किया गया है, ताकि इस क्षेत्र में यातायात प्रबंधन और कानून व्यवस्था को और प्रभावी बनाया जा सके।
इसके अलावा, अन्य थानों में भी बड़ी संख्या में जवान भेजे गए हैं:
रिफाइनरी चौकी से 19 जवानों को थाना रामां स्थानांतरित किया गया है।
बल्लूआना चौकी से 17 पुलिसकर्मी थाना नहियांवाला भेजे गए हैं।
थाना कैनाल में 16 नए मुलाजिमों की तैनाती की गई है।
तलवंडी साबो में 14 और थर्मल थाने में 13 पुलिसकर्मियों को नई जिम्मेदारी सौंपी गई है।
बाहरी नाकों और साइबर थाने को भी मिला नया बल
शहर के बाहरी नाकों पर भी सुरक्षा बढ़ाते हुए दो दर्जन से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है, ताकि अवैध गतिविधियों पर कड़ा पहरा रखा जा सके। साथ ही, ईओ विंग (इन्फोर्समेंट ऑफिस) के समस्त कर्मचारियों को साइबर थाना भेजा गया है, जिससे साइबर अपराधों पर भी सख्ती से नकेल कसी जा सके।
सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने की दिशा में निर्णायक कदम
एसएसपी अमनीत कौंडल ने इस व्यापक बदलाव को जिले में शांति, सुरक्षा और नशे के खिलाफ लड़ाई को नई ऊर्जा देने वाला कदम बताया है। उन्होंने कहा कि यह फेरबदल जिला पुलिस की कार्यक्षमता में महत्वपूर्ण सुधार लाएगा और आने वाले समय में इसके सकारात्मक परिणाम ज़रूर दिखाई देंगे।
लक्ष्य: 31 मई तक नशे के नेटवर्क को ध्वस्त कर, जिले को नशा मुक्त और अपराध मुक्त बनाना।